
भाेपाल, 18 मई (Udaipur Kiran) । राजधानी भोपाल में बागसेवनिया थाना क्षेत्र में एक शराब की दुकान के गेट को लेकर रविवार दोपहर जमकर हंगामा हुआ। फॉरच्यून डिलाइट सोसाइटी के बाहर बड़ी संख्या में रहवासी इकट्ठा हुए और शराब दुकान के दूसरे गेट के खिलाफ प्रदर्शन किया। रहवासियों का आरोप है कि शराब ठेके का एक गेट पहले से मेन रोड की ओर था, लेकिन अब ठेकेदार ने इसका दूसरा गेट भी रोड की दूसरी दिशा में खोल दिया है। इससे मोहल्ले के लोग खासतौर पर महिलाएं और बच्चे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
बागसेवानिया स्थित संचालक को जिस जगह पर दुकान आवंटित की गई है, उस तरफ से दुकान का शटर बनाकर शराब बेची जा रही हैं लेकिन दुकान संचालक ने दुकान के पिछली तरफ भी पीएचई विभाग की जमीन पर कब्जा कर दूसरा गेट खोल दिया है। दुकान के आगे पीछे दो गेट बनाकर धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है। अवैध रूप से पीछे बनाये गए गेट के चलते वहां के रहवासी ने बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे और विरोध जताया है। दरअसल अवैध रूप से खोले गए इस गेट के सामने कई कालोनियां है। शराब की दुकान का यह अवैध शटर इन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। सुबह से ही यहां खरीदारों की भीड़ लग जाती है जो देर रात तक जारी रहती है। ऐसे में यहां से स्कूल-कालेज जाने वाली बच्चियों या फिर कालोनी के निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। शाम होते ही कालोनी के लोगों को घरों में कैद रहने मजबूर हो जाना पड़ता है।
सोसाइटी की अध्यक्ष विभा श्रीवास्तव ने बताया कि शराब दुकान के लिए जो लाइसेंस मिला है, वह पहले गेट के लिए ही जारी हुआ था। दूसरा गेट खोलना पूरी तरह से अवैध है। जिस तरफ दूसरी गेट खोली गई है। वहां पास ही में बाजार भी है। लोग अक्सर बाजार जाते रहते हैं। ऐसे में यह सुरक्षित नहीं है। वहीं लाइट नहीं होने से एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा गली में कई गुमटियां लग गई हैं, जिससे यहां भीड़भाड़ बनी रहती है। इससे महिलाओं और बच्चों का निकलना मुश्किल हो गया है।
रहवासियों के विरोध की खबर मिलते ही मौके पर प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे। मीडिया के कैमरे और एसडीएम को देखते ही शराब दुकान में मौजूद स्टाफ ने फौरन अवैध तरीके से खोले गए शटर को बंद कर दिया। एसडीएम ने जब दुकान के दस्तावेज जांचे तो पिछला गेट अवैध रूप से खोलना पाया गया, जिसके बाद दुकान संचालक को चेतावनी दी गई है। फिलहाल दबाव के बाद दुकान का दूसरा गेट बंद कर दिया गया है, लेकिन लोगों को आशंका है कि इसे फिर से खोला जा सकता है। यदि ठेकेदार ने दोबारा गेट खोला, तो रहवासी आगे की कार्रवाई करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
