
रांची, 2 मई (Udaipur Kiran) ।
प्रदेश राजद ने कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से जातीय जनगणना कराने का लिया गया फैसला बहुसंख्य ओबीसी के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। वर्षों से लंबित मांग जातीय जनगणना कराने को लेकर दो पीढ़ी समाजवादी विचारधारा वाली राजद और सपा जैसी पार्टियां करती रही हैं।
पार्टी के प्रदेश महासचिव कैलाश यादव ने शुक्रवार को कहा कि सपा नेता मुलायम सिंह यादव के संघर्ष के बाद अब अखिलेश यादव और राजद अध्यक्ष लालू यादव और तेजस्वी यादव सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत हैं।
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना कराने की मांग करने वाले राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने लगभग 30 वर्ष पहले संसद में आवाज उठाकर देश के बहुसंख्य ओबीसी वर्ग को एकजुटता का संदेश दिया था। राजद हमेशा पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और आदिवासियों के विकास को लेकर चिंतित रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1990 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, जनता दल के नेता शरद यादव और रामविलास पासवान सरीखे नेताओं ने दबे कुचले समाज के उत्थान के लिए आरक्षण के तहत मजबूती दी।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
