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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को प्राथमिकता दें शोधार्थी : प्रो. बंसल

सीयू में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी।

धर्मशाला, 07 जून (Udaipur Kiran) । केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने कहा कि संकाय और पीएचडी विद्वानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 की दृष्टि केवल विकास के लिए उन्नत अनुसंधान के साथ ही साकार हो सकती है। भारत युवाओं का देश है और युवाओं को कुशल और ऊर्जावान शक्ति में बदलने का समय आ गया है। भारत की युवा आबादी की क्षमता को आर्थिक विकास में योगदान देने की अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए और भारत को दुनिया का ज्ञान केंद्र और आर्थिक पावर हाउस बनने के लिए आगे बढ़ाना चाहिए केंद्र सरकार ने एआई को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल इंडिया, सभी के लिए एआई आदि जैसे कई कदम उठाए हैं।

कुलपति ने यह बात शनिवार को हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला द्वारा आईआईटी गुवाहाटी के सहयोग से एक सप्ताह का संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत में एआई को विकसित करने और आम जनता के विकास के लिए इसका उपयोग करने की बहुत संभावना है। एआई स्वास्थ्य, सेवा क्षेत्र, शिक्षा, कृषि और पूरे देश में स्मार्ट शहरों की स्थापना जैसे कई क्षेत्रों में बदलाव ला सकता है। एफडीपी का विषय ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग’ था। समापन के दिन धर्मशाला के धौलाधार कैंपस के सेमिनार हॉल में एक समापन समारोह आयोजित किया गया। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने समारोह की अध्यक्षता की। यूजीसी के संयुक्त सचिव डॉ. गंभीर सिंह और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के निदेशक सुभाष सरू इस अवसर पर विशेष अतिथि थे। कुल 104 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया और 5 दिनों तक सुबह 9.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक कार्यक्रम में भाग लिया।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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