जम्मू, 26 जनवरी (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को जम्मू के एम ए स्टेडियम में गणतंत्र दिवस के अवसर पर कहा कि यह दिन स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के बलिदान को याद करने का अवसर है जिन्होंने हमारे लिए इस दिन को संभव बनाया है। उन्होंने कहा कि युवाओं के सपनों को विभाजनकारी ताकतों द्वारा बाधित न किया जाना सुनिश्चित करना सामूहिक जिम्मेदारी है।
उपराज्यपाल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सशस्त्र पुलिस, आईआरपी, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एनसीसी कैडेट्स, भारत स्काउट्स और गर्ल गाइड्स, वन सुरक्षा बल और स्कूली बच्चों के स्मार्ट तरीके से तैयार कर्मियों का निरीक्षण किया।
विभिन्न गैर-संरक्षित बलों और स्कूलों के पाइप बैंड ने परेड के दौरान राष्ट्रवादी थीम बजाई।
इन टुकड़ियों ने पोडियम के सामने से मार्च भी किया जहां उपराज्यपाल ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के दौरान सलामी ली। मनोज सिन्हा ने कहा कि यह दिन हमें भारत के संविधान में निहित स्थायी मूल्यों की याद दिलाता है। यह लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर गर्व प्रतिबिंब और पुष्टि का दिन है। आइए हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों का सम्मान करें जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा और संरक्षण के लिए सर्वाेच्च बलिदान दिया। मैं भारतीय सेना अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के वीर जवानों को अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिनके अथक समर्पण और बलिदान ने हमारे देश की एकता अखंडता और सुरक्षा सुनिश्चित की है।
हमारी सीमाओं की सुरक्षा से परे वे जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए शांति और स्थिरता के स्तंभ के रूप में खड़े हैं। उनकी असाधारण वीरता और सेवा हमें एकजुट सुरक्षित और समृद्ध भारत की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करती है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मैं हमारे केंद्र शासित प्रदेश के किसानों, कारीगरों, शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षाबलों, खिलाड़ियों और सरकारी अधिकारियों की प्रगति में योगदान देने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आपकी लगन और कड़ी मेहनत हमारी सामूहिक सफलता की आधारशिला है। जम्मू-कश्मीर हमेशा से विविधता में एकता की भूमि रहा है। हमें अपनी समग्र संस्कृति और भाईचारे की सदियों पुरानी परंपराओं पर बहुत गर्व है। शांति और सद्भाव बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
जम्मू और कश्मीर अपनी समृद्ध विरासत प्राकृतिक सुंदरता और जीवंत संस्कृति के साथ हमेशा इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। विधानसभा चुनावों का सफल आयोजन सकारात्मक बदलाव को रेखांकित करता है और इस उपलब्धि का श्रेय उन सभी नागरिकों को जाता है जिन्होंने इस लोकतांत्रिक अभ्यास में भाग लिया हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और जम्मू-कश्मीर के भविष्य में अपना विश्वास प्रदर्शित किया। लोग अब नई उम्मीदों के साथ सरकार की ओर देख रहे हैं एक ऐसे माहौल की आकांक्षा कर रहे हैं जो सार्थक रोजगार सतत विकास सामाजिक समावेशिता और मजबूत आर्थिक विकास को बढ़ावा दे जो सभी के लिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता का मार्ग प्रशस्त करे।
मनोज सिन्हा ने कहा कि लोगों की भागीदारी को व्यापक स्तर पर और मजबूत करने और सुनिश्चित करने के लिए 3-स्तरीय शासन संरचना स्थापित करने के लिए स्थानीय निकायों के चुनाव आयोजित किए जाएंगे। सुशासन एक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण भविष्य की आधारशिला है और क्षेत्र में शांति, विकास और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
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(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता