काठमांडू, 26 जनवरी (Udaipur Kiran) । भारत का 76वां गणतंत्र दिवस रविवार को काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में भी मनाया गया। समारोह की शुरुआत नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव के हाथों तिरंगा फहराने के साथ हुई। राजदूत ने नेपाल में प्रवासी भारतीयों को बधाई दी। इसके बाद भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के भेजे गए संदेश को पढ़कर सुनाया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
राजदूत ने भारतीय सशस्त्र बलों के बलिदानी सैनिकों की विधवाओं और परिजनों को सम्मानित करते हुए उन्हें 5 करोड़ रुपये की सहयोग राशि वितरित की। भारतीय सशस्त्र बलों के 219 मृत सदस्यों की विधवाओं और परिजनों को 23.29 करोड़ रुपये का वितरण किया गया है। इस भुगतान में सेना समूह बीमा (एजीआई) कार्यक्रम के तहत लाभ शामिल हैं, जिसमें वर्ष 2024 में डेथ-इन-सर्विस लाभ, विस्तारित बीमा लाभ और एजीआई परिपक्वता भुगतान शामिल हैं।
भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने नेपाल में रह रहे भारतीय सेना के पूर्व सैनिकों के लिए भारत सरकार की कल्याणकारी पहलों को समेटते हुए भु पु-2025 नामक पत्रिका का भी अनावरण किया। गणतंत्र दिवस पर दूतावास ने नेपाल के छह प्रांतों के 29 शैक्षणिक संस्थान को 30 लाख रुपये से अधिक की पुस्तकें उपहार में वितरित की हैं। दूरदराज के क्षेत्रों में छात्रों को शैक्षिक सामग्री प्रदान करने की यह पहल उनके अनुरोध के आधार पर की गई है। भारत को जानिये (बीकेजे) क्विज में नेपाल के शीर्ष 50 स्कोरर को उपलब्धि प्रमाण पत्र दिए गए। नेपाल में 11 नवंबर से 11 दिसंबर 2024 तक आयोजित बीकेजे क्विज का उद्देश्य विदेशी नागरिकों और विदेशों में रहने वाले भारतीय समुदाय को भारत के बारे में प्रेरित करना था।
समारोह में दूतावास के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र और काठमांडू के केंद्रीय विद्यालय के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया। इस समारोह के बाद दूतावास के प्रांगण में दिवा भोज का आयोजन किया गया, जिसमें राजस्थान से आए कलाकारों की प्रस्तुतियां हुई। नेपाल के उपराष्ट्रपति रामसहाय यादव इस समारोह में बतौर प्रमुख अतिथि मौजूद रहे। उनके अलावा नेपाल सरकार के मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री, नेपाल के सभी सुरक्षा बलों के प्रमुख, सरकार के आला अधिकारी, नेपाली सेना, नेपाल पुलिस, सशस्त्र प्रहरी बल के शीर्ष अधिकारी, विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता सहित समाज के अन्य गणमान्य व्यक्तित्वों की उपस्थिति रही।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास