
गुवाहाटी, 15 फरवरी (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए यात्रा प्रतिबंधों को हटाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री आज राजधानी दिसपुर स्थित लोक सेवा भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
एडवांटेज असम 2.0 निवेश शिखर सम्मेलन से पहले, डॉ. सरमा ने जोर देकर कहा कि जब तक ये प्रतिबंध नहीं हटते, अंतरराष्ट्रीय निवेशक असम में निवेश करने में रुचि नहीं ले पाएंगे।
उन्होंने कहा, विदेशी निवेशकों को असम आने की स्वतंत्रता मिलेगी, तभी वे यहां निवेश कर सकेंगे। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के सहयोग से हमने इस दिशा में बातचीत शुरू की है। जापान और ऑस्ट्रेलिया के उच्चायोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है—जापान का एक प्रतिनिधिमंडल इसी बीच असम पहुंच चुका है और जल्द ही ऑस्ट्रेलिया का दल भी आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी दूतावास सरकार के अलावा पत्रकारों, शिक्षाविदों और अन्य विशेषज्ञों से परामर्श करने के बाद यात्रा सलाह पर निर्णय लेते हैं। उन्हें विश्वास है कि अगले तीन महीनों में असम को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुचि बढ़ेगी।
पर्यटन पर यात्रा सलाह के असर को लेकर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को हर साल 50 हजार विदेशी पर्यटक मिलने चाहिए, लेकिन प्रतिबंधों के कारण संख्या काफी कम है।
उन्होंने कहा, असम में गुजरात से अधिक वन्यजीव हैं, फिर भी गुजरात में ज्यादा पर्यटक आते हैं, क्योंकि वहां ऐसी कोई यात्रा पाबंदी नहीं है।
उन्होंने कहा कि एडवांटेज असम 2.0 सम्मेलन राज्य को एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री की यह पहल असम को वैश्विक व्यापार के लिए अधिक आकर्षक बनाने के प्रयासों को मजबूत करगी।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
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