भोपाल, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन से शहडोल के नागरिकों में उत्साह और रोमांच का संचार हुआ है। ऐसा आयोजन, जो अब तक केवल बड़े शहरों तक सीमित रहता था। आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शी सोच और प्रदेश के समग्र विकास के संकल्प के कारण संभाग स्तर में संभव हो पाया है। इस कॉन्क्लेव में देशभर से उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और क्षेत्र के विकास में अपनी सहभागिता की इच्छा व्यक्त की।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल गुरुवार को शहडोल में आयोजित प्रदेश की सातवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहडोल संभाग और समूचा विंध्य क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। यहाँ माँ नर्मदा का आशीर्वाद है, कोयले का अपार भंडार है, और पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसरों का विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की नेतृत्व क्षमता और उनके विज़न के कारण इस क्षेत्र में अब औद्योगिक क्रांति का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। सिंचाई परियोजनाओं ने यहाँ हरित क्रांति को संभव बनाया है और अब औद्योगिक निवेश से क्षेत्र के विकास को नयी दिशा और गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में समूचा मध्य प्रदेश नई औद्योगिक क्रांति की ओर अग्रसर है।
कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने शहडोल रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के लिये मुख्यमंत्री का आभार माना। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में औद्योगिक निवेश से रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। शहडोल संभाग में उद्योगों के लिये पर्याप्त मात्रा में जल, जमीन, जंगल और जन हैं। यहां के परिश्रमी लोग उद्योग को ऊंचाई तक ले जाने में सहभागी बनेंगे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पूरा प्रदेश औद्योगिक निवेश की राह पर तेजी से कदम बढ़ा रहा है।
शहडोल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के मुख्य आकर्षण
– 102 इकाइयों को 401 एकड़ भूमि आवंटित की गई।
– इनमें 3561 करोड़ से अधिक का निवेश होगा।
– इनसे 9561 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।
– 30 इकाइयों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया गया।
– इनमें 572 करोड़ का निवेश और 2600 रोजगार सृजन होगा।
– औद्योगिक पार्क गोहपारू (दिया पीपर) शहडोल का भूमि-पूजन हुआ।
– 51 हेक्टेयर में 16.13 करोड़ की लागत से पार्क विकसित होगा।
– कॉन्क्लेव में 5 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए।
– आरआईसी में 50 से अधिक विशिष्ट अतिथियों ने भागीदारी की।
– तीन हजार से अधिक एमएसएमई उद्यमियों की सहभागिता हुई।
– एमएसएमई, पर्यटन और खनन क्षेत्र में अवसरों पर सेक्टोरल सत्र हुए।
– मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 15 से अधिक उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की।
– मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकार्पित और शिलान्यास वाली इकाइयों के उद्यमियों से संवाद किया।
(Udaipur Kiran) तोमर