जबलपुर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्यप्रदेश में वर्ष 2024 की आज दूसरी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हुई। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में जबलपुर में आज पांच देश और देश के राज्यों से बड़े उद्योगपति शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि गत मार्च माह में उज्जैन में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हुई थी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कार्यक्रम में प्रदेश की 29 औद्योगिक इकाइयों के लोकार्पण और 38 औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन, इस तरह कुल 67 इकाईयों की शुरूआत के लिये भूमि पूजन किया। प्रदेश के विभिन्न 10 स्थान से अनेक जन प्रतिनिधि इस लोकार्पण और भूमि पूजन कार्यक्रम से जुड़े। कुल 1500 करोड रुपए का निवेश होगा। कुल 340 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए आशय पत्र सौंपे गये। कॉन्क्लेव में आईटी, आईटीईएस एवं ईएसडीएम पॉलिसी 2023 का विमोचन भी किया गया। आज कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ.यादव की उपस्थिति में 600 करोड़ के निवेश के लिए अशोक लीलैंड और आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड के बीच करारनामा हुआ। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में रक्षा संस्थान के लिए अब तक तोप निर्माण का कार्य होता रहा है। अब यहां सेना के लिए टैंक भी बनाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 16 औद्योगिक पार्क के माध्यम से कुल 517 लघु,मध्यम और सूक्ष्म उद्योगों द्वारा पौने छ:हजार करोड़ का निवेश किया गया। जिसका लाभ 20हजार लोगों को रोजगार देने के रूप में मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि आज 67 औद्योगिक इकाईयों का लोकार्पण और भूमिपूजन एक महत्वपूर्ण समेकित प्रयास है।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने उद्योगपतियों से आव्हान किया कि आप सभी को मध्यप्रदेश भाए और आप मध्यप्रदेश आएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्रम के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश में प्रोत्साहनकारी नीतियां हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक नए कार्य हो रहे हैं। पिछले दो-तीन वर्ष में विश्वविद्यालयों के माध्यम से रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाया गया है। प्रदेश में सिर्फ पांच मेडिकल कॉलेज होते थे, जिनकी संख्या 25 होने जा रही है। प्रदेश में सघन वन क्षेत्र है। इस क्षेत्र में भी संभावनाओं को साकार किया जायेगा। फार्मास्युटिकल क्षेत्र में 275 इकाईयां कार्य कर रही हैं। अकेले प्रीतमपुर में 60 इकाईयां हैं। हमारे प्रदेश से 160 से अधिक देशों को फार्मा प्रोडक्ट निर्यात किये जाते हैं।
वृहद इकाई हेतु कुल 17 हजार करोड रुपए की निवेश प्रस्ताव के साथ एमएसएमई इकाई हेतु 15सौ निवेशकों द्वारा 5हजार करोड रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव 67 इकाइयों के लोकार्पण एवं भूमि पूजन किए गए इनमें 1530 निवेश एवं 4560 रोजगार 265 औद्योगिक इकाइयों को 340 एकड़ भूमि आवंटन हेतु आशय पत्र जारी इनमें निवेश 1800 करोड़ से अधिक एवं रोजगार 12000 से अधिक के आशय प्राप्त हुए ।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने प्रारंभ में उद्योगों के विकास से संबंधित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर प्रदर्शित चित्रों का अवलोकन किया। जबलपुर हाट के अंतर्गत विभिन्न लघु उद्योग इकाइयों और व्यवसायियों द्वारा उत्पाद सामग्री का विवरण प्रदर्शनी में दिया गया। कांक्लेव के शुभारम्भ अवसर पर अतिथियों का स्वागत किया गया। मध्यप्रदेश की विशेषताओं पर केंद्रित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
जबलपुर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में चार हजार से ज्यादा निवेशक जुटे। निवेश के लिए उद्यमियों से वन टू वन चर्चा भी हुई। कॉन्क्लेव में 5 सेक्टर्स पर फोकस किया गया। ये हैं एग्रो, माइंस, डिफेंस, टूरिज्म और गारमेंट्स उद्योग। कॉन्क्लेव में 700 से अधिक खरीदार-विक्रेता बैठकों के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया, जिससे व्यवसायों और संभावित निवेशकों के बीच सीधी बातचीत की सुविधा मिली। मुख्यमंत्री और प्रमुख उद्योगपतियों के बीच लगभग 30 वन-टू-वन बैठकें हुईं। उद्योग संघों, स्टार्टअप्स और रक्षा, कपड़ा और परिधान के विशेषज्ञों के साथ गोलमेज चर्चा आयोजित की गई,जिसमें प्रमुख वक्ता शामिल थे। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री यादव की सोच प्रदेश को नई ऊँचाइयों पर लेकर जाने की है। प्रदेश में विकास की असीम संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि निवेशक तभी आगे आता है जब उस क्षेत्र में निवेश करने की संभावना नज़र आती है। जबलपुर की जलवायु, माहौल, लोगों की श्रम शक्ति एवं उनकी सकारात्मक सोच उद्योगों के विकास के लिए मुफीद है।
इस कार्यक्रम से प्रदेश के दस स्थानों से मंत्री,सांसद,विधायक वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुये उन्हें नवीन इकाईयों के लिये बधाई दी। बैद्यनाथ ग्रुप,आईटीसी,वोल्वो आयशर,बेस्ट कॉर्प,एसआरएफ और दावत ग्रुप जैसे प्रमुख उद्योगों के अन्य प्रतिष्ठित अतिथियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। ताइवान, मलेशिया, यूके, फिजी, कोस्टा रिका और इंडोनेशिया जैसे देशों के प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक / राजू विश्वकर्मा