Uttrakhand

इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी आफ इंडिया हरिद्वार चैप्टर का पुनर्गठन

इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी का पुनर्गठन

हरिद्वार, 10 जनवरी (Udaipur Kiran) । इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया, हरिद्वार चैप्टर की बैठक में स्वामी विवेकानंद एक व्यक्त्वि एक कृतित्व विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन के साथ चैप्टर का पुनर्गठन भी किया गया।

रानीपुर मोड़ स्थित रॉयल प्लाजा काम्प्लेक्स में सम्पन्न हुई बैठक में हरिद्वार चैप्टर की कार्यकारिणी का पुर्नगठन कर वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा को अध्यक्ष और कवि एवं साहित्यकार अरूण कुमार पाठक को महासचिव चुना गया।

कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारियों में उद्योगपति डा.महेन्द्र आहूजा और प्रमोद शर्मा को उपाध्यक्ष, डा.राधिका नागरथ, कुलदीप खंडेलवाल, दिवाकर गुप्ता व प्रवीण अग्रवाल को सह-सचिव के चुना गया। पर्यावरणविद विजय पाल बघेल चैप्टर के संरक्षक होंगे। महासचिव अरुण कुमार पाठक ने बताया कि बैठक में प्रबुद्ध, प्रकाशन, शिक्षा, उद्योग, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य, विधि व पर्यावरण प्रकोष्ठ भी बनाए गये हैं। जिनके प्रमुखों और सदस्यों की घोषण बाद में की जायेगी।

इस अवसर पर इंटरनेशनल गुडविल सोसाइटी ऑफ इंडिया देहरादून चैप्टर के सचिव कुंअर राज अस्थाना केन्द्रीय पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित रहे।

स्वामी विवेकानन्द के व्यक्तित्व प्रभावशाली था:

कार्यकारिणी गठन के बाद आयोजित विचार गोष्ठी में सभी ने स्वामी विवेकानन्द के व्यक्तित्व व कृतित्व पर अपने विचार रखे। वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखिका डा.राधिका नागरथ,कुंवर राज अस्थाना, डॉ महेंद्र आहूजा,नेहा मालिक,प्रमोद शर्मा और आर्य प्रवीण वैदिक ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने किसी एक धर्म की वकालत न करके सभी धर्मों व वेदों की बात की। वे कहते थे कि जिस तरह से सभी नदियां जाकर मिलती हैं। उसी तरह सारे धर्म अंततः आत्मा का मिलन उसी एक परमात्मा से कराते हैं। सभी ने स्वामी विवेकानंद की ओर सेे हिन्दु धर्म को विश्व में मजबूती के साथ स्थापित करने के लिये उनके योगदान को याद किया।

इस अवसर पर कुलदीप खंडेलवाल, अम्बरीश रस्तोगी, दिनेश चौहान, विनय मिश्रा, विजयपाल बघेल, विनोद मित्तल, एच.एन.कटियार, भूपेन्द्र गौड़ आदि ने भी स्वामी विवेकानन्द पर अपने विचार रखे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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