एनडीआरएफ ने किया माॅक ड्रिल का आयाेजन
सोनीपत, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । केमिकल
रिसाव हादसे से निपटने और बचाव के उपायों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एनडीआरएफ
की सातवीं बटालियन ने गांव नाथूपूर स्थित क्रिस्टिल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटिड कंपनी
में मंगलवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया। जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस मॉक ड्रिल
में औद्योगिक इकाईयों के मजदूरों और स्थानीय लोगों को जानकारी दी गई कि ऐसी आपात स्थितियों
में जान-माल की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए।
मॉक
ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अनिल कुमार ने रसायन के संपर्क में
आने पर तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि रसायन आंखों
में चले जाने पर 15 मिनट तक पानी से धोएं और डॉक्टर से संपर्क करें। दूषित कपड़ों को
तुरंत हटाकर प्रभावित हिस्से को पानी से धोएं। शरीर पर रसायन फैलने पर शॉवर का उपयोग
करें और हल्के डिटर्जेंट से धोएं। कपड़ों में आग लगने पर व्यक्ति को जमीन पर लिटाकर
आग बुझाएं, शॉवर का उपयोग करें। हानिकारक रसायनों के संपर्क में आने पर तत्काल चिकित्सा
सलाह लें।
उन्होंने
केमिकल रिसाव होने पर आस-पास के लोगों को सतर्क करने और फैलाव रोकने के लिए बताया कि
यदि आप रसायन को सुरक्षित रूप से साफ करने में सक्षम हैं, तो पीपीई पहनकर सफाई शुरू
करें। फैले हुए रसायन को सीमित करने के लिए बांध बनाएं और वाष्प को रोकने के लिए प्रयोगशाला
का दरवाजा बंद करें। एसिड/बेस स्पिल किट का उपयोग करें। नायब
तहसीलदार अभिनव ने कहा कि आपदाओं के लिए तैयार रहना अनिवार्य है। उन्होंने आपात स्थितियों
में त्वरित कार्रवाई के महत्व को रेखांकित किया। परियोजना अधिकारी विनित कादियान ने
कहा कि मॉक ड्रिल से आपदा प्रबंधन में समन्वय और गति बढ़ाई जा सकती है। आपदा प्रबंधन
विभाग, जिला उद्योग केंद्र और क्रिस्टिल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटिड के वरिष्ठ अधिकारी
उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना