जोधपुर, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । विभिन्न मांगों को लेकर राशन डीलरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इसमें जोधपुर शहर व ग्रामीण के साथ फलोदी के 1400 राशन डीलर शामिल हैं। इसके चलते खाद्य सुरक्षा में 5 लाख परिवारों के 21 लाख उपभोक्ताओं को मिलने वाले गेहूं बंद हो गए हैं। राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष अनिल गहलोत ने बताया कि प्रदेश के राशन विक्रेता सरकार को लगातार मांग पत्र दे रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री ने तो डीलरों को आश्वासन देने के बाद फाइल को रोक दिया। अब पूरे प्रदेश के विक्रेता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जब तक मांगों का समाधान नहीं होगा, हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि राशन विक्रेता लंबे समय से 30 हजार रुपए मानदेय के साथ 2 प्रतिशत छीजत सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन इसका समाधान नहीं निकल पाया है। राशन डीलरों ने पोस मशीन से गेहूं का वितरण बंद करने के बाद मशीनें डीएसओ को जमा करवा दी हैं। सरकार राशन डीलरों के माध्यम से प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं का वितरण करते हैं। इसके बदले में कमीशन दिया जाएगा, लेकिन डीलरों को कमीशन भी समय पर नहीं दिया जाता है। इसमें भी कटौती हो जाती है। इसके चलते डीलरों को परिवार का लालन-पालन करना मुश्किल हो रहा है। साथ ही दुकान का किराया व गेहूं तोलने वाले को भी रुपए देने पड़ते हैं। कमीशन की राशि कम आने से मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। डीलरों की 630 हजार मानदेय, 62 प्रतिशत छीजत, प्रतिमाह बिना कटौती के कमीशन, मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा किट का भुगतान, ई-केवाईसी का भुगतान डीलरों को देने की मांगे है।
(Udaipur Kiran) / सतीश