बीकानेर, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । कोलकाता में एक मेडिकल छात्रा के साथ हुई वीभत्स घटना के बाद देशभर की महिला चिकित्सकों में एक खौफ है। कोलकाता से लेकर देशभर में मेडिकल छात्राएं सड़कों पर अपनी सुरक्षा की मांग कर रही हैं। ऐसे में अब आर एस एस की महिला विंग ने मेडिकल छात्राओं को खुद मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत करने का लक्ष्य लिया है। सोमवार को इसकी शुरूआत हुई।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज की छात्राओं के लिए राष्ट्र सेविका समिति ने दो सितंबर से सात दिवसीय मानसिक और शारीरिक आत्मबल मजबूत करने के लिए आत्म रक्षा कार्यक्रम हाथ में लिया। ये मेडिकल कॉलेज छात्रावास में ही होगा। सोमवार को शिविर का प्रारंभ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन कर शिविर की शुरूआत की गई।
इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में पियूष विग ने कहा कि छात्राओं को कानून और प्रशासन के साथ साथ खुद को भी मजबूत रखना होगा। ये मजबूती मानसिक भी उतनी ही जरूरी है जितनी शारीरिक। उन्होंने उदाहरण दिया कि बलि भी कमजोर बकरी के बच्चे की दी जाती है। कभी शेर की बलि नही दी जाती। इसलिए जो कमजोर होगा उसे सताने का हमेशा प्रयास किया जाएगा। इसलिए प्रत्येक छात्रा और महिला को खुद की रक्षा के लिए आत्म बल जरूरी है। विग ने कहा कि समिति हमेशा महिला रक्षा के लिए अग्रणी रही है। महिलाओं के उत्थान के लिए समिति ने हमेशा कार्य किया है और छात्राओं को भरोसा दिलाया कि उन्हें हर प्रकार से दक्ष किया जाएगा।
समिति महानगर कार्यवाहिका ममता पुरोहित ने बताया कि इस शिविर में महानगर शारीरिक प्रमुख आकांक्षा पुरोहित एवं शारीरिक टोली द्वारा बहनों को नियुद्ध यानी कराटे, दंड यानी लाठी चलाना सिखाया जाएगा। इसके अलावा यष्टी का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही मानसिक बल बढ़ाने के लिए उनके आत्म विश्वास को भी मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।
—————
(Udaipur Kiran) / राजीव