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रेलवे कर्मचारी को अब काम करना होगा आसान
अंबाला, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर रेलवे के अंबाला में कार्यरत एक तकनीकी कर्मचारी के कानों का भारतीय रेलवे के नई दिल्ली स्थित अस्पताल में सफल ऑपरेशन होने से सुनना आरंभ हो गया है। सही इलाज होने से अब इस कर्मचारी को अपने कार्य स्थल पर कामकाज करना और और निजी जीवन में रहना सुविधाजनक हो गया है।
अंबाला के एक रेलवे तकनीशियन को ट्रेचर्स कॉलिन्स सिंड्रोम था, जिसमें उसके कान गायब थे और मध्य कान की शारीरिक रचना पूरी तरह से विकसित नहीं थी।
उन्होंने 12 साल पहले पीजीआई चंडीगढ़ में हड्डी संचरण श्रवण प्रत्यारोपण करवाया था, जो काम नहीं कर रहा था।
जब वह सेंट्रल हॉस्पिटल नॉर्दर्न रेलवे में आए , तो वह सुनने में असमर्थ थे और उन्हें कार्यस्थल और घर पर अपने कर्तव्यों का पालन करने में कठिनाई हो रही थी। इस कठिन समय में, उन्होंने सारी उम्मीद खो दी थी।
शुरू में, नॉर्दर्न रेलवे सेंट्रल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसे परामर्श दिया और नए हड्डी संचरण श्रवण प्रत्यारोपण के साथ सर्जरी की योजना बनाई।
सर्जरी के दो सप्ताह बाद डॉक्टरों ने स्पीच प्रोसेसर लगाकर बाहरी डिवाइस को चालू किया। नए हड्डी संचरण श्रवण प्रत्यारोपण के साथ अब मरीज सही सुन पा रहा है।
इस सर्जरी के साथ उक्त तकनीशियन अपने कार्यस्थल पर काम धंधे में एक कर्मचारी के रूप में और साथ ही निजी जीवन में सक्रिय हो होगा। मरीज ने डॉक्टरों को जीवन में एक नया मौका देने के लिए धन्यवाद दिया है।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
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