
चित्तौड़गढ़, 24 मार्च (Udaipur Kiran) । एसीबी मुख्यालय, जयपुर के निर्देश पर कोटा एसीबी स्पेशल यूनिट ने सोमवार शाम को रिश्वत के मामले में कार्यवाही की है। एसीबी ने बोराव रेंजर राजेन्द्र चौधरी एवं नाका लोटयाना (उंडाखाल) रेंज बोराव के सहायक वनपाल राजेन्द्र कुमार मीणा को परिवादी से 78 हजार रुपए नगद व एक लाख बीस हजार का सेल्फ चेक सहित कुल 01 लाख 98 हजार रुपए रिश्वत राशि लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि एसीबी की कोटा स्पेशल यूनिट को परिवादी ने एक लिखित शिकायत की। इसमें बताया कि परिवादी द्वारा स्वंय के साथी की फर्म को निविदा से अलग अलग वन क्षेत्र में ट्रेन्च व गड्डे खुदवाने का कार्य करवाये जा रहे है। वर्तमान समय में जितना काम करवा चुका हूं उसका वन विभाग से भौतिक सत्यापन करवाने के बाद अलग-अलग राशि के बिल पेश किए थे। उक्त बिलों का भौतिक सत्यापन होने के बाद भी रेंजर व सहायक वनपाल द्वारा बिल बनाने की एवज में रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा था। रेंजर राजेन्द्र चौधरी द्वारा स्वयं के लिए 20 प्रतिशत (आंवटित निविदा राशि का) व सहायक वनपाल के लिए 2 प्रतिशत (आंवटित निविदा राशि का) रिश्वत राशि मांग की जा रही थी। इस पर एसीबी रेंज कोटा के उप महानिरीक्षक शिवराज मीणा के सुपरविजन में एसीबी स्पेशल यूनिट के एएसपी मुकुल शर्मा के निर्देशन में पृथ्वीराज मीणा पुलिस निरीक्षक द्वारा शिकायत का सत्यापन करवाया गया। सत्यापन में सहायक वनपाल राजेन्द्र मीणा द्वारा 50 हजार रुपए प्राप्त किए थे। वहीं सोमवार शाम को पृथ्वीराज मीणा पुलिस निरीक्षक मय टीम द्वारा ट्रेप की कार्यवाही की। आरोपित रेंजर राजेन्द्र चौधरी व वनपाल राजेन्द्र मीणा को परिवादी से 78 हजार रुपए नगद व एक लाख बीस हजार का सेल्फ चैक कुल 01 लाख 98 हजार रूपये रिश्वत राशि लेते हुये रंगे डिटेन कर गिरफ्तार किया। अतिरिक्त महानिदेशक एसीबी स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ व कार्यवाही जारी है। एसीबी की और से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (यथा संशोधित 2018) के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
