पटना, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रोफेसर रामवचन राय ने मंगलवार को बिहार विधान परिषद के उपसभापति के लिए नामांकन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सहित राज्य मंत्रिमंडल के कई सदस्यों की मौजदूगी में उपसभापति के लिए नामांकन किया।
रामवचन राय वर्ष 2004 में पहली बार बिहार विधान परिषद के सदस्य बने थे। इसके बाद मई 2014 में दूसरी बार मनोनीत सदस्य के रूप में एमएलसी बने। बिहार विधान परिषद के वरिष्ठ सदस्यों के रूप में प्रोफेसर रामवचन राय सदन का लंबा अनुभव रखते हैं। उन्होंने पिछली बार 17 मार्च, 2021 को एमएलसी के रूप में सदन की सदस्यता ली थी।
समाजवादी धारा से जुड़ाव रखने वाले प्रोफेसर रामवचन राय के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हमेशा से सौहार्दपूर्ण सम्बंध रहे है। अब प्रो. राय को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उन्हें सदन का उपसभापति बनाया जा रहा है। रामवचन राय पटना विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हैं। सिवान जिले के गोरियाकोठी के रहने वाले रामवचन राय का शैक्षिक क्षेत्र में सेवा का व्यापक अनुभव रहा है और साथ ही सदन में भी उन्होंने अपनी अहम भूमिका निभाई है। इसके अतिरिक्त वे बिहार विधान परिषद में उपनेता के रूप में भी अपनी महत्ती भूमिका निभा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में सभापति पद का पर्चा भरा। अवधेश तीसरी बार विधान परिषद के सभापति बने हैं। उन्होंने बिहार विधान परिषद के सचिव अखिलेश कुमार झा को अपना नामांकन पत्र सौंपा। सीएम नीतीश की मौजूदगी में सत्ता पक्ष के सदस्यों के साथ ही नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी भी अवधेश नारायण सिंह की प्रस्तावक रहीं।
(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी / चन्द्र प्रकाश सिंह