Jharkhand

क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट का विजेता बना रामगढ़, उप विजेता रहा हजारीबाग

कार्यक्रम में शामिल पदाधिकारी
डीआईजी को प्रतीक चिन्ह देते एसपी
विजेता को मेडल देते डीआईजी
रामगढ़ की टीम को ट्राफी देते डीआईजी और एसपी

रामगढ़, 2 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले में आयोजित 22 वां क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट का विजेता रामगढ़ जिला रहा है। पुलिस ड्यूटी मीट के समापन समारोह में शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि हजारीबाग रेंज के डीआईजी सुनील भास्कर ने रामगढ़ जिले की टीम को ट्रॉफी देखकर सम्मानित किया। इस मौके पर उपविजेता रही हजारीबाग जिले की टीम को भी डीआईजी ने सम्मानित किया।

इस दौरान डीआईजी सुनील भास्कर ने कहा कि उत्तरी छोटानागपुर स्तरीय पुलिस ड्यूटी मीट काफी अच्छा प्लेटफार्म है। यहां पुलिस पदाधिकारी अपने ज्ञान को आगे बढ़ते हैं। साथ ही अपराध अनुसंधान में काम आने वाले सभी बिंदुओं पर विचार-विमर्श करते हैं। कई विषय ऐसे हैं जिनकी परीक्षा होती है और उसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले कैंडिडेट्स को सम्मानित किया जाता है। प्रमंडल स्तर पर आयोजित पुलिस ड्यूटी मीट के विजेताओं को राज्य स्तरीय पुलिस ड्यूटी मीट में शामिल कराया जाता है, ताकि वह वहां भी और बेहतर कुछ सीख सके।

नेशनल ऑटोमेटिक फिंगरप्रिंट्स आईडेंटिफिकेशन सिस्टम पर रहा जोर

पुलिस ड्यूटी मीट में नेशनल ऑटोमेटिक फिंगरप्रिंट्स आईडेंटिफिकेशन सिस्टम पर काफी जोर दिया गया। डीआईजी सुनील भास्कर ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर अपराधियों, सजायफ्ता कैदियों और चार्जशीटेड अपराधियों के फिंगरप्रिंट्स लिए जा रहे हैं। पुलिस ड्यूटी मीट में शामिल पदाधिकारी को भी इसकी जानकारी दी गई है। यह एक ऐसा सिस्टम है जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर एक डेटाबेस बनाया जा रहा है‌। जब भी कोई अपराधी पूरे भारतवर्ष में गिरफ्तार होगा तो जैसे ही उसके फिंगरप्रिंट्स डेटाबेस में डाले जाएंगे, उसके आपराधिक इतिहास की जानकारी पुलिस के सामने होगी। पूरे देश में जिस स्थान पर भी उसने जिस तरह का अपराध किया होगा उसके बारे में एक पल में पता चल जाएगा।

सभी जिलों से आए पदाधिकारियों ने किया बेहतर प्रदर्शन

समापन समारोह के दौरान एसपी अजय कुमार ने पुलिस ड्यूटी मीट में शामिल सभी पदाधिकारियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि साइंटिफिक जांच, डॉग स्क्वायड, फिंगरप्रिंट और अपराध अनुसंधान के सभी विषयों पर पुलिस पदाधिकारी ने नई तकनीक सीखी है। अगर वह किसी भी अपराध में शामिल लोगों को सजा दिलाना चाहते हैं, तो इस तकनीक का इस्तेमाल करना उनके लिए सहायक साबित होगा। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाना बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसमें फॉरेंसिक की टीम और उसकी जानकारी पुलिस पदाधिकारी को काफी मदद करती है।

किस विषय में किस पदाधिकारी ने जीता मेडल

फॉरेंसिक साइंस में सब इंस्पेक्टर अनुपम प्रकाश, अभिषेक प्रताप, योगेश कुमार महतो, मेडिको लीगल में सब इंस्पेक्टर अनुपम प्रकाश, अभिषेक प्रताप, मनीष कुमार गुप्ता, ओमकार पाल, इंस्पेक्टर रजत कुमार, लिफ्टिंग पैकिंग एंड फॉरवर्डिंग ऑफ एक्जीबिट में सब इंस्पेक्टर अभिषेक प्रताप, बैजनाथ कुमार, मनीष कुमार गुप्ता, क्राइम इन्वेस्टिगेशन लो रूल्स एंड प्रोसीजर एंड कोर्ट जजमेंट में इंस्पेक्टर रजत कुमार, सुरेश लिंडा, पप्पू कुमार शर्मा, सब इंस्पेक्टर अभिषेक प्रताप, अनुपम प्रकाश, फिंगरप्रिंट में इंस्पेक्टर विनोद कुमार, इंस्पेक्टर रजत कुमार, सब इंस्पेक्टर अभिषेक प्रताप, फोटोग्राफी में सब इंस्पेक्टर रवि एक्सेस, अभिषेक प्रताप, मनीष कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर विनोद कुमार, ऑब्जरवेशन टेस्ट में एएसआई प्रेम पीटर बाक्सला, सी/447 अजय भगत, सी/119 गणेश दास, सी/663 पंकज कुमार सोनी, कंप्यूटर अवेयरनेस में सी/949 विनय कुमार, सी/105 नितेश कुमार, सी/247 भोला रजक, डॉग स्क्वायड टेस्ट में सी/20 मकुंम राम, एक्सप्लोसिव में सी/31 अखिलेश उरांव शामिल हैं।

पुलिस ड्यूटी मीट में अभिषेक कर रहा जलवा

ओवर ऑल ट्रेन चैंपियन इंडिविजुअल में सब इंस्पेक्टर अभिषेक प्रताप ने मेडल जीता। उनकी तारीफ हर पदाधिकारी कर रहे थे। रनर अप इंडिविजुअल सब इंस्पेक्टर अनुपम प्रकाश नेवी बेहतर प्रदर्शन किया है।

(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश / चन्द्र प्रकाश सिंह

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