Uttar Pradesh

कन्नौज: अंत्योदय की तर्ज़ पर करें गायों का संरक्षण: रमाकान्त उपाध्याय

कन्नौज: अंत्योदय की तर्ज़ पर करें गायों का संरक्षण: रमाकान्त उपाध्याय

कन्नौज: अंत्योदय की तर्ज़ पर करें गायों का संरक्षण: रमाकान्त उपाध्याय

कन्नौज, 20 मार्च (Udaipur Kiran) । ऋषि-मुनियों द्वारा गाय को विश्व की माता कहा गया है। गाय बचेगी, तो देश बचेगा। अन्त्योदय की तर्ज पर प्रत्येक निराश्रित गौवंशों की सेवा होनी चाहिए। एक-एक गौशाला की व्यवस्थायें देखें और उन्हें व्यवस्थित करें। यह बात सदस्य, उ0प्र0 गोसेवा आयोग रमाकान्त उपाध्याय ने सर्किट हाउस में आयोजित बैठक के दौरान कही। उन्होनें कहा कि गौवंशों के भरण-पोषण के लिये सरकार के पास धन की कमी नही है। गाय का पैसा गाय को ही जाये। पहले 30 अब 50 रूपये गौवंशों के भरण-पोषण के लिये सरकार दे रही है। गाय को हरा चारा, चोकर, भरपेट भोजन मिलना चाहिए। अगर गाय की हड्डियां निकली हुई है, तो समझो पालन-पोषण में कमी है। गौशाला में हरे चारे, सफाई, पेयजल आदि की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।

श्री उपाध्याय ने कहा कि गौचर भूमि से गौशालायें आत्मनिर्भर होगी। गौचर भूमि पर गौवंश हेतु हरे चारे की बुवाई करायी जाये। गौशालायें स्वावलंबी होनी चाहिए। गौशालाओं के स्वावलंबन की ओर कार्य किया जाये। गौवंश संरक्षित करने के लिये गौशालाओं में पर्याप्त स्थान है। किसी भी विकास खण्ड में क्षमता से अधिक गौवंश नही है। अभियान चलाकर गौवंशों को संरक्षित किया जाये। उन्होेनें कहा कि सहभागिता योजना के अन्तर्गत हम पशुपालक किसानों को 1 से 4 गौवंश देगें। गोबर गैस का प्लांट लगाने के लिये पशुपालक किसानों को सब्सिडी दिलाने का भी कार्य किया जायेगा। गोबर गैस निर्माण हेतु पशुपालक किसानों को जागरूक किया जाये। गाय हमारे लिये उपयोगी है, जहां गाय हमें दूध देती है, वहीं गोबर, गौ-मूत्र से जैविक खेती की जा सकती है। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) झा

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