जयपुर, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मंगलवार को जयपुर स्थित शिक्षा संकुल में राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल का परिणाम घोषित किया। इस बार दसवीं कक्षा में 43.54 प्रतिशत और बारहवीं कक्षा में 44.95 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं। जो विद्यार्थी पूरी तरह से उत्तीर्ण नहीं हो सके, उन्हें दोबारा परीक्षा देने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस बार परिणाम जांचने की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन थी, जिससे शैक्षणिक कार्यों पर प्रभाव नहीं पड़ा। यही कारण है कि परिणाम मात्र 15 दिनों में जारी कर दिए गए। इसके अलावा, परीक्षा कॉपियों की जांच में होने वाले खर्च को भी इस बार काफी हद तक बचाया गया है।
मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के विद्यार्थियों को फेल नहीं किया जाता। जो विद्यार्थी पास हो गए हैं, वे अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। वहीं, जो विद्यार्थी इस बार आशिक उत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें फिर से परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।
इस बार दसवीं कक्षा के लिए 16,317 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से 7,105 विद्यार्थी पास हुए, जबकि 9,212 विद्यार्थी आशिक उत्तीर्ण हुए। वहीं, बारहवीं कक्षा में 15,714 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिनमें से 7,063 विद्यार्थी सफल हुए और 8,650 विद्यार्थी आशिक उत्तीर्ण रहे। दोनों ही कक्षाओं के आशिक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा देने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि ऑनलाइन मूल्यांकन प्रक्रिया में अंकन कार्य के बाद योग भी स्वत: ही कम्प्यूटरीकृत होता है। ऐसे में त्रुटि की संभावना के साथ पुर्नगणना की आवश्यकता भी समाप्त हो जाती हे। पहले उत्तर पुस्तिका जांच में करीब 50 दिनों का समय लगता था लेकिन इस नवाचार से केवल 15 दिनों में इस प्रक्रिया को संपन्न कर लिया गया।
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(Udaipur Kiran)