RAJASTHAN

दुग्ध संकलन में राजस्थान पिछड़ा: नाराज दूध उत्पादक दो जून को करेंगे प्रदर्शन

नाराज दूध उत्पादक दो जून को करेंगे प्रदर्शन

जयपुर, 27 मई (Udaipur Kiran) । प्रदेश के सहकारी क्षेत्र के दुग्ध उत्पादक सरकार की उदासीनता और अनदेखी के चलते दो जून को जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना देंगे। प्रदेश के दुग्ध उत्पादक संघों का सरकार में लगभग 650 करोड़ रुपये सात माह से बकाया है इसके चलते विभिन्न संघों का दुग्ध संकलन गिरते हुए देश में पहले स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है तथा सरकार का यही रवैया रहा तो तीसरे स्थान पर राजस्थान आ जाएगा।

अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक संघ अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने बताया कि इस धरने को प्रदेश के 16 दुग्ध संघ के अध्यक्षों ने समर्थन दे दिया है कई अन्य संघर्ष समिति और संगठनों ने भी इस धरने का समर्थन किया है। अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश के सहकारी क्षेत्र के दूध उत्पादकों का पिछले 7 माह से मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना का 300 करोड़ बाकी चल रहा है इसके चलते दुग्ध उत्पादकों की माली हालत खराब हो रखी है दूसरी और संघ और समिति को अमूल, पायस, लोटस सहित अन्य प्राइवेट डेयरी से दुग्ध संकलन करने में प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है समय पर भुगतान नहीं होने के कारण सहकारी संघ नुकसान की स्थिति में थे। अध्यक्ष चौधरी ने बताया कि पिछले एक वर्ष में राजस्थान दुग्ध संकलन में पहले से दूसरे नंबर पर आ गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की घोषित नीति पन्ना धाय बाल गोपाल योजना मिड डे मील एवं अमृत आहार योजना के अंतर्गत पूरे राजस्थान में जिला संघ के माध्यम से दूध पाउडर एकत्रित कर पाउच में पैकिंग करके प्रदेश के समस्त विद्यालयों में सप्लाई किया गया इसका अनुमानित 350 करोड़ रुपये अभी भी बकाया है यह राशि भी पिछले 6 से 7 माह से बकाया चल रही है इसके चलते जिला संघों को एचडीएफसी बैंक से आरसीडीएफ जयपुर के माध्यम से ब्याज पर कार्यशील पूंजी लेनी पड़ी है उस से जिला संघों पर ब्याज की दोहरी मार पड़ रही है दूसरी और सरकार में इस भुगतान के लिए एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाली जा रही है जबकि आरसीडीएफ ने सारा डाटा आगे भेज दिया है। वित्त विभाग कुछ स्पष्ट बताने को तैयार नहीं है।

अजमेर डेयरी चेयरमैन चौधरी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न दुग्ध उत्पादक संघ और आरसीडीएफ में ढाई हजार पद से अधिक रिक्त पद पड़े हैं जिससे सारा काम प्रभावित हो रहा है। तकनीकी कर्मचारियों की कमी के चलते स्थाई कर्मचारियों से काम कराया जा रहा है जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है। चौधरी ने बताया कि सभी समस्याओं और मांगों को लेकर 2 जून को शहीद स्मारक पर प्रातः 10 बजे से 1 बजे तक प्रदेश भर के दुग्ध उत्पादक धरना और प्रदर्शन करेंगे। जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघर्ष समिति के संयोजक रमन यादव ने बताया कि इस प्रदर्शन को लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह है तथा मंगलवार को अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी की अगुवाई में एक शिष्टमंडल ने डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया और जल्दी भुगतान की मांग की।

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(Udaipur Kiran)

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