मुंबई, 3 अप्रैल (Udaipur Kiran) । दक्षिण मुंबई के एल्फिस्टन ब्रिज को गिराकर नया ब्रिज बनाने का काम फिर अटक गया है। परियोजना प्रभावितों ने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है। राज ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पार्टी उनके साथ खड़ी है। जब तक लोगों का पुनर्वास नहीं कर दिया जाता, तब तक पुल को तोड़ने नहीं दिया जाएगा।
प्रभावित होनेवाली 19 इमारतों के निवासियों ने शनिवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की। राज ठाकरे ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पार्टी उनके साथ खड़ी है। राज ने कहा कि जो लोग घर तोड़ने आ रहे हैं, उनसे कहो पहले राज ठाकरे से बात करें। मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने एल्फिस्टन ब्रिज को तोड़कर नया डबल डेकर ब्रिज बनाने का फैसला किया है। इस परियोजना से 19 इमारतें और कुछ झोपड़पट्टियां प्रभावित हो रही हैं। ब्रिज के पास के निवासियों को उनके घरों को तोड़ने की नोटिस दी गई है। एमएमआरडीए ने पहले 15 अप्रैल और फिर 25 अप्रैल को पुराने पुल को तोड़ने के लिए यातायात बंद करने का फैसला किया था। लेकिन लोगों के विरोध के कारण एमएमआरडीए ने ब्रिज को तोड़ने का काम रोक दिया था। शिवसेना (ठाकरे गुट) और मनसे शुरूआत से ही ब्रिज को तोड़ने से पहले प्रभावितों का पहले पुनर्वास करने की मांग कर रहे है। इससे वर्ली- शिवड़ी कनेक्टर का काम भी लटक गया है.
शिवसेना (ठाकरे गुट) के विधायक अजय चौधरी व स्थानीय पूर्व नगरसेवक सचिन पड़वल ने भी आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि जब तक परियोजना प्रभावितों का पुनर्वास नहीं हो जाता, तब तक पुल का काम शुरू नहीं होने देंगे। शिवसेना के समर्थन में शिवड़ी की व्यापारी एसोसिएशन भी इस मांग पर अड़ी हुई है कि वर्ली-शिवड़ी कनेक्टर पुल के लिए बनाए जाने वाले पीलर सड़क किनारे के बजाए मध्य में होने चाहिए। इसके अलावा शिवड़ी बस डिपो के पास रहवासियों के पुनर्वास के मामले को लेकर भी शिवसैनिक आक्रामक हैं।
मध्य और पश्चिम रेलवे लाइन पर स्थित 125 साल पुराने एलफिस्टन ब्रिज को तोड़कर नया पुल बनाया जाएगा। लोगों के विरोध के कारण यह परियोजना लंबे समय से लटकती जा रही है। एमएमआरडीए ने पुल को ध्वस्त करने और उसके स्थान पर एक नया डबल डेकर पुल बनाने की जिम्मेदारी ली है। इस ब्रिज का एक स्तर मौजूदा पुल के स्थान पर होगा। दूसरा स्तर उसके ऊपर से गुजरेगा और वर्ली-शिवड़ी कनेक्टर के माध्यम से अटल सेतु से जुड़ेगा। इसके माध्यम से लोग दक्षिण मुंबई से सीधे नवी मुंबई पहुंच सकेंगे। इधर मुंबई कोस्टल रोड से नरीमन प्वाइंट और उपनगरों की ओर जान वाले यात्रियों को आसानी होगी।
—————
(Udaipur Kiran) / वी कुमार
