Chhattisgarh

रायपुर : तीन दिन की धान खरीद में आकड़ा 3 लाख टन के पार

धान खरीद का महाअभियान शुरू हो चुका है

रायपुर, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीद का महाअभियान शुरू हो चुका है। 14 नवम्बर से अब तक मात्र तीन दिन की खरीद में राज्य में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का आकड़ा 3 लाख टन के पार पहुंच गया है। मंत्री श्री बघेल ने कहा कि धान खरीद सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रदेश के पंजीकृत किसानों से 2739 उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीद रही है। चालू विपणन वर्ष में 160 लाख टन धान उपार्जन का अनुमान है।

देव-दीवाली 14 नवंबर से शुरू हुए धान खरीद महापर्व के 6वें दिन तक 3.09 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। राज्य के 68,668 किसान अब तक धान बेच चुके हैं। धान खरीद के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत् 502.53 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। धान खरीद का यह महाअभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। खाद्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज 20,296 किसानों से 93 हजार 581 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। राज्य में धान बेचने के लिए इस साल 27.68 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें 1.42 लाख नए किसान शामिल है।

उन्होंने बताया कि 19 नवम्बर के लिए कुल 23791 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 19934 टोकन जारी किए गए है।

मंत्री श्री बघेल ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए उपार्जन केन्द्रों के माइक्रो एटीएम से दो हजार रूपए से लेकर दस हजार तक की राशि निकालने की सुविधा दी है, इससे किसानों को धान बेचने परिवहन के लिए किराए पर लिए गए ट्रैक्टर, मेटाडोर आदि का भाड़ा और हमाली-मजदूरी का भुगतान करने में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री के इस फैसले से किसान बेहद प्रसन्न है।

मंत्री दयाल दास बघेल ने बताया कि, दूसरे राज्यों से धान के अवैध आवक व परिवहन की रोकथाम के लिए बॉर्डर इलाकों में विशेष निगरानी रखने के लिए चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं। धान खरीद व्यवस्था पर निगरानी के लिए अलग अलग जिलों के लिए राज्य स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो लगातार इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं।

(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर

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