
शिमला, 28 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी ने कोहराम मचा दिया है और कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश और हिमपात के कारण राज्य में भूस्खलन और हिमस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। शुक्रवार देर शाम तक प्रदेश में 5 नेशनल हाईवे और 583 सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो गई है। वहीं 2283 बिजली ट्रांसफार्मरों के ठप होने से कई क्षेत्रों में अंधेरा छा गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार लाहौल-स्पीति में सर्वाधिक 165, चंबा में 125, कुल्लू में 112, किन्नौर में 76, शिमला में 40, सिरमौर में 30, मंडी में 27 और ऊना में 6 सड़कें बाधित हैं। लाहौल-स्पीति और कुल्लू में दो-दो तथा मंडी में एक नेशनल हाईवे बंद हो गया है। कुल्लू जिले में हालात सबसे गंभीर बने हुए हैं, जहां 975 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़ गए हैं और ब्लैक आउट है। इसके अलावा किन्नौर में 396, चंबा में 189, मंडी में 571, लाहौल-स्पीति में 55, शिमला में 42 और सोलन में 35 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।
पीने के पानी की भी समस्या
भारी बारिश और बर्फबारी से पानी की आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। प्रदेश में 279 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हो गई हैं। इनमें कुल्लू में 125, चंबा में 116, शिमला में 25 और किन्नौर में 13 पेयजल व्यवस्थाएं भी ठप होंगई हैं, जिससे लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूल-कॉलेज बंद, बोर्ड परीक्षाएं जारी रहेंगी
भारी बर्फबारी के कारण लाहौल-स्पीति प्रशासन ने जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 01 मार्च को बंद रखने का आदेश जारी किया है। इसी तरह चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में भी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे, हालांकि बोर्ड परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएंगी।
भूस्खलन और ग्लेशियर खिसकने की घटनाएं
प्रदेश के विभिन्न इलाकों में भूस्खलन और हिमस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं। चंबा जिले के भरमौर की ग्राम पंचायत तूंदाह के मांदा क्षेत्र में बनाड़ नाले में एक ग्लेशियर आ गया। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई है। पांगी घाटी में भारी बर्फबारी के चलते तीन से साढ़े तीन फुट तक बर्फ गिर चुकी है।
कुल्लू जिले के सैंज घाटी में न्यूली-सैंज सड़क भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गई है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं कुल्लू के पहनाला क्षेत्र में बादल फटने से कई वाहन मलबे में दब गए।
कुल्लू बस स्टैंड के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने से बड़ा हादसा टल गया। इस दौरान कुछ कारें क्षतिग्रस्त हो गईं लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। वहीं मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-3 पर रंगड़ी के पास सड़क जलभराव के कारण तालाब में तब्दील हो गई है, जिससे वाहन चालकों और स्थानीय लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
पांगी में ग्लेशियर गिरने से तीन लोग बहे
चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी के कुमार पंचायत के कोकरोलू गांव में एक ग्लेशियर खिसकने से तीन लोग बह गए। इनमें से दो ने किसी तरह अपनी जान बचा ली, जबकि तीसरे व्यक्ति के पैर में गंभीर चोट आई है। इस घटना में एक मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने बताया कि सभी लोग सुरक्षित हैं।
पर्यटन स्थलों पर भी बर्फबारी का असर
पर्यटन नगरी मनाली में भी करीब एक फुट तक ताजा बर्फबारी हुई है, जिससे पर्यटकों की आवाजाही प्रभावित हुई है। लाहौल-स्पीति, पांगी, भरमौर और डोडरा क्वार जैसे ऊंचाई वाले जनजातीय क्षेत्रों का संपर्क शेष हिमाचल और देश से कट गया है। भारी बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है, जिससे प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने और नदियों के किनारे न जाने की हिदायत दी है।
प्रशासन की अपील और मौसम पूर्वानुमान
प्रशासन ने लोगों से खराब मौसम के मद्देनजर सतर्क रहने और जरूरी काम के बिना घर से बाहर न निकलने की अपील की है। खासतौर पर संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश और बर्फबारी में कमी आने की संभावना जताई है जिससे राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि अभी भी प्रदेश के कई इलाकों में बर्फबारी और बारिश जारी रहने का अनुमान है जिससे हालात सामान्य होने में कुछ और दिन लग सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
