-रेल मंत्री ने लोकसभा में दिया रेलवे की महत्वपूर्ण पहलों और उपलब्धियों का ब्योरा- अनारक्षित यात्रियों के सफर को बढ़ावा देने के लिए 12,000 सामान्य कोच के निर्माण का लक्ष्य
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज लोकसभा को संबोधित किया। सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए वैष्णव ने भारतीय रेलवे की कई महत्वपूर्ण पहलों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। विभिन्न विषयों पर मंत्री ने यात्री सुविधा बढ़ाने, परिचालन दक्षता में सुधार, सुरक्षा सुनिश्चित करने और भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। ढांचागत उन्नति से लेकर अभिनव ट्रेन सेवाओं तक, मंत्री ने देश की विविध जरूरतों को पूरा करने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
केंद्रीय रेल मंत्री ने गैर-एसी कोचों के लिए 2ः3 और एसी कोचों के लिए 1ः3 का अनुपात बनाए रखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर और अन्य दोनों पर संतुलित फोकस पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामान्य कोचों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एक विशेष विनिर्माण कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसका लक्ष्य 12,000 सामान्य कोच बनाना है। इनमें से 900 को इस वित्तीय वर्ष में पहले ही जोड़ा जा चुका है, तथा 10,000 और बनाने का लक्ष्य है, जिससे अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों को सुविधा मिल सके। ज्ञातव्य है कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान उत्तर रेलवे ने 09 दिसंबर, 2024 तक 42 रेकों के साथ चलने वाली 29 जोड़ी ट्रेनों में 75 जनरल कोच बढ़ाए हैं।
संसद सदस्य के प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने आगामी महाकुंभ के लिए व्यापक तैयारियों का विवरण दिया। यात्रियों की संभावित भीड़ को देखते हुए कुल 13,000 ट्रेनों की योजना बनाई गई है, जो मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की सेवा के लिए एक केंद्रित प्रयास को दर्शाता है। मंत्री ने छठ और दिवाली त्योहारों के दौरान रेलवे की परिचालन दक्षता पर प्रकाश डाला। इन अवसरों पर लगभग 7,900 विशेष ट्रेनों ने बिना किसी बड़ी असुविधा के 1 करोड़, 80 लाख से अधिक यात्रियों को पहुंचाया, जो पीक यात्रा सीज़न के दौरान यात्री सुविधा के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सवालों के जवाब में मंत्री ने कहा कि अमृत भारत ट्रेन श्रृंखला को शामिल किया गया है, जो पूरी तरह से गैर-एसी यात्रियों के लिए डिज़ाइन की गई है। वंदे भारत ट्रेनों के समान अत्याधुनिक तकनीक से लैस ये ट्रेनें शोर और झटके से मुक्त यात्रा का अनुभव प्रदान करती हैं। पिछले दस महीनों में शुरुआती बेड़े के सफल संचालन के बाद 50 अतिरिक्त अमृत भारत ट्रेनों के उत्पादन की योजना चल रही है। मंत्री ने उच्च आवृत्ति वाली शटल सेवाओं के साथ कम दूरी के शहर जोड़े के लिए डिज़ाइन की गई नमो भारत ट्रेन पहल पर प्रकाश डाला। दो नमो भारत ट्रेनें पहले से ही चालू हैं, और प्रदर्शन मूल्यांकन के बाद, बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में संपन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) परीक्षा को पारदर्शिता और दक्षता का एक आदर्श उदाहरण बताया। 211 शहरों में 1.26 करोड़ उम्मीदवारों के भाग लेने के साथ यह परीक्षा सुचारू रूप से सम्पन्न हुई। इसमें न तो कोई पेपर लीक हुआ और न ही कोई अप्रिय घटना हुई। परिणामस्वरूप, 1,30,581 युवाओं को रोजगार मिला, जिसने निष्पक्ष भर्ती प्रक्रियाओं के लिए एक बेंचमार्क स्थापित किया। एक संरचित भर्ती प्रक्रिया की मांगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि रेलवे ने परीक्षाओं के लिए एक वार्षिक कैलेंडर पेश किया है। वर्तमान में 58,642 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हाल ही में 11 लाख से अधिक उम्मीदवार लोको पायलट चयन प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।
उन्होंने संसद को पारदर्शी तरीके से अधिकतम रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। मंत्री ने कहा कि सभी मानवरहित अधिकृत लेवल क्रॉसिंग आज शत-प्रतिशत मानवयुक्त हैं या फ्लाईओवर या अंडरपास का निर्माण करके समाप्त कर दिए गए हैं। इन 10 वर्षों में 12,000 फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण किया गया है
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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव