सिद्धार्थनगर 5 मार्च (एसएनबी)। पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक गौरव अग्रवाल ने मण्डल के अधिकारियों के साथ गोरखपुर से आनन्दनगर तथा बढ़नी से गोण्डा रेलखण्ड के मध्य अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत चल रही विकासपरक परियोजनाओं एवं यात्री सुविधाओं संबंधित कार्याे का सिद्धार्थनगर व बढ़नी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया।
उन्होंने सिद्धार्थ नगर रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन भवन के सौंदर्यीकरण, यात्री सुविधाओं के आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण कार्यों का निरीक्षण किया तथा कार्य की प्रगति की अद्यतन प्रगति पर अधिकारियों से चर्चा भी किया। यार्ड में बैलास्ट कुशन एवं प्वाइंट एंड क्रॉसिंग मापी की जांच की गई। शोहरतगढ़ रेल स्टेशन पहुॅचने पर मण्डल रेल प्रबन्धक ने टैक्शन सब स्टेशन एवं शोहरतगढ़-परसा रेल खण्ड के मध्य एसईजे संख्या 29, कर्व संख्या 10 तथा गैंजहवा-झारखण्डी स्टेशनों के मध्य मेजर ब्रिज संख्या 151 का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान वहं उपस्थित इंजीनियरिंग गैंग के टैक मेन्टेनरों से मुलाकात की तथा ट्रैकमैंनों से उनकी कार्यपरिस्थितियों तथा चुनौतियों के संबंध में वार्ता की।
इसके बाद बढ़नी रेलवे स्टेशन पहुंचने पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत स्टेशन भवन के सौंदर्यीकरण, सर्कुलेटिंग एरिया, यात्री सुविधाओं के आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण कार्यों के साथ कार्य की प्रगति का अवलोकन किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के आवश्यक दिशा निर्देश दिये तथा बढ़नी स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं और मालभाड़ा परिवहन की प्रगति जानकारी भी प्राप्त की।इस दौरान उन्होंने उक्त रेल खण्ड के मध्य ट्रैक बैलास्ट, ओवरहेड ट्रैक्शन, एलाइनमेंट, कॉशन आर्डर एवं ट्रैक फिटिंग, स्टेशन भवन, पॉइंट एवं क्रॉसिंग, सिग्नल, कर्व तथा पुलों का संरक्षा निरीक्षण किया। रेलवे की कार्यक्षमता में और अधिक बढ़ोत्तरी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। उन्होंने उक्त खण्ड पर ट्रेनों की समयपालनता, यात्री सुविधाओं, संरक्षा और सुरक्षा के स्तर पर जोर देते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत सिद्धार्थनगर स्टेशन को रूपया ग्यारह करोड़ अठारह लाख की लागत से, बढ़नी स्टेशन को रूपया पंद्रह करोड़ पांच लाख की लागत से नयी यात्री सुविधाओं को प्रदान करने के साथ ही पुरानी सुविधाओं को भी उन्नत किया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / बलराम त्रिपाठी
