Jharkhand

युवाओं को नशे की गिरफ्त से निकालना है बाहर: राहुल पुरवार

कार्यक्रम की तस्वीर
कार्यक्रम में शामिल लोग

रांची, 21 मई (Udaipur Kiran) । उच्च शिक्षा और तकनीकी विभाग के प्रधान सचिव राहुल पुरवार ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच झारखंड को नशामुक्त करना है। सरकार की ओर से इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ये बातें ड्रग एब्यूज अवेयरनेस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही। कार्यक्रम का आयोजन डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में किया गया। यहां निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन उत्तरी छोटानगपुर प्रमंडल के विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें पुलिस विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहे

राहुल पुरवार ने इस अवसर पर कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे अपने – अपने जिले में जाकर समन्वय स्थापित करते हुए लोगों को जागरूक करेंगे और बताएंगे कि नशा के दुष्प्रभाव क्या-क्या हैं? उन्होंने कहा कि हमें झारखंड के युवाओं को हर हाल में नशा के गिरफ़्त से बाहर निकालना है।

युवाओं को ड्रग्स के दुष्प्रभाव से करना होगा जागरूक

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, रांची के इंटेलिजेंस ऑफिसर कुमार मनोहर मंजुल ने कहा कि युवा अफीम , कोकीन , हेरोइन ,गांजा ,कफ सिरप ,व्हाइटनर ,डेंड्राइट आदि मादक पदार्थों का सेवन कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। ऐसे में हमें अपनी भूमिका समझनी होगी। लोगों में , विशेष कर युवाओं को ड्रग्स के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव क् खिलाफ जागरूक करना होगा। न्यू ट्रेंड ऑफ़ ड्रग्स को समझना होगा कि युवा किन माध्यमों और दवाओं का मिश्रण बनाकर ड्रग्स (नशा) के रूप में उपयोग कर रहे हैं।

खूंटी जिला का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि खूंटी में अफ़ीम की खेती के हानिकारक तत्व के बारे जिला प्रशासन की ओर से जानकारी दी जा रही है और अफ़ीम की खेती की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए गए गए हैं । अफ़ीम की खेती गैरकानूनी है, ऐसे में वहांम के लोग खेती के अन्य विकल्प को तलाशें। दूसरी फसलों की खेती करें। प्रशासन द्वारा लोगों को सरसों ,दाल के बीज मुफ्त में दिए जा रहे हैं, जो जिला प्रशासन का सराहनीय कदम है । उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से ड्रग्स के दुष्प्रभाव ,ड्रग्स लेने के कारण , टाइप्स ऑफ़ ड्रग्स के बारे में विस्तार से बताया।

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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

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युवाओं को नशे की गिरफ्त से निकालना है बाहर: राहुल पुरवार

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कार्यक्रम में शामिल लोग

रांची, 21 मई (Udaipur Kiran) । उच्च शिक्षा और तकनीकी विभाग के प्रधान सचिव राहुल पुरवार ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की सोच झारखंड को नशामुक्त करना है। सरकार की ओर से इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ये बातें ड्रग एब्यूज अवेयरनेस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही। कार्यक्रम का आयोजन डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में किया गया। यहां निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन उत्तरी छोटानगपुर प्रमंडल के विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें पुलिस विभाग के भी अधिकारी मौजूद रहे

राहुल पुरवार ने इस अवसर पर कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे अपने – अपने जिले में जाकर समन्वय स्थापित करते हुए लोगों को जागरूक करेंगे और बताएंगे कि नशा के दुष्प्रभाव क्या-क्या हैं? उन्होंने कहा कि हमें झारखंड के युवाओं को हर हाल में नशा के गिरफ़्त से बाहर निकालना है।

युवाओं को ड्रग्स के दुष्प्रभाव से करना होगा जागरूक

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, रांची के इंटेलिजेंस ऑफिसर कुमार मनोहर मंजुल ने कहा कि युवा अफीम , कोकीन , हेरोइन ,गांजा ,कफ सिरप ,व्हाइटनर ,डेंड्राइट आदि मादक पदार्थों का सेवन कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। ऐसे में हमें अपनी भूमिका समझनी होगी। लोगों में , विशेष कर युवाओं को ड्रग्स के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव क् खिलाफ जागरूक करना होगा। न्यू ट्रेंड ऑफ़ ड्रग्स को समझना होगा कि युवा किन माध्यमों और दवाओं का मिश्रण बनाकर ड्रग्स (नशा) के रूप में उपयोग कर रहे हैं।

खूंटी जिला का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि खूंटी में अफ़ीम की खेती के हानिकारक तत्व के बारे जिला प्रशासन की ओर से जानकारी दी जा रही है और अफ़ीम की खेती की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए गए गए हैं । अफ़ीम की खेती गैरकानूनी है, ऐसे में वहांम के लोग खेती के अन्य विकल्प को तलाशें। दूसरी फसलों की खेती करें। प्रशासन द्वारा लोगों को सरसों ,दाल के बीज मुफ्त में दिए जा रहे हैं, जो जिला प्रशासन का सराहनीय कदम है । उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से ड्रग्स के दुष्प्रभाव ,ड्रग्स लेने के कारण , टाइप्स ऑफ़ ड्रग्स के बारे में विस्तार से बताया।

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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

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