श्रीनगर, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राहुल गांधी पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित करना है।
बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव के चलते जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान रामबन में राहुल गांधी द्वारा की गई गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों के पीछे की मंशा पर सवाल उठाया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनके भ्रामक आरोपों की निंदा की।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के बयान निहित स्वार्थों के लिए झूठी बयानबाजी फैलाने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है जो कांग्रेस की वंशवादी राजनीति को जारी रखने के लिए आतंकवाद को सुविधाजनक मानते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस हमेशा से कश्मीर में लोकतंत्र के पनपने से असहज रही है और इसके बजाय उसने मतदाताओं को 8-10 प्रतिशत तक सीमित करने के लिए आतंक का सहारा लिया है जिससे पीढ़ी दर पीढ़ी उनका असंवैधानिक जनादेश बना रहेगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने क्षेत्र में शांति और सामान्य स्थिति वापस लाने, जम्मू-कश्मीर के आम नागरिकों की सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की। डॉ. जितेंद्र सिंह ने रहस्यमयी ढंग से टिप्पणी की कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री मोदी को उस शांति के लिए धन्यवाद देना चाहिए जिसके कारण अब वे स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं और श्रीनगर के रेजीडेंसी रोड पर कबाब का आनंद ले सकते हैं। ऐसा कुछ जो कांग्रेस के शासन के दौरान असंभव था। केंद्रीय मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के नागरिकों से एक महत्वपूर्ण सवाल भी पूछा कि क्या आप चाहते हैं कि कांग्रेस आपके युवाओं को उस उथल-पुथल में धकेल दे जिसने तीन दशकों तक इस क्षेत्र को त्रस्त रखा या आप प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं और मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं?
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह क्षेत्र की शांति और सौहार्द को भंग करने तथा नागरिकों को उनके अधिकारों और विकास से वंचित करने के लिए दुर्भावनापूर्ण इरादे रखता है। उन्होंने कश्मीर-केंद्रित राजनेताओं की “पुरानी चालों” पर प्रकाश डाला जो उन्होंने कहा कि तीन अलग-अलग भाषण प्रतियाँ लेकर चलते हैं-एक श्रीनगर के लिए, दूसरी जम्मू के लिए और एक दिल्ली के लिए। उन्होंने कहा कि ये चालें अब काम नहीं आएंगी। मतदाताओं को बेवकूफ़ बनाने के दिन खत्म हो गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की वापसी सौहार्दपूर्ण रही है, पत्थरबाज़ी की कोई घटना नहीं हुई है-एक ऐसा परिणाम जिसे डॉ. जितेन्द्र सिंह के अनुसार कांग्रेस पचा नहीं पा रही है। उन्होंने कांग्रेस पर अपने निहित स्वार्थों के लिए विदेशी धरती से आतंक के आयात की सुविधा प्रदान करने और राजनीतिक ‘सत्ता’ को बनाए रखने के लिए कश्मीरियों की भलाई का बलिदान देने को तैयार रहने का आरोप लगाया।
अपने भाषण को समाप्त करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने दोहराया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के पास अब एक स्पष्ट विकल्प है-क्षेत्र को अराजकता में धकेलने के कांग्रेस के प्रयासों को अस्वीकार करना या प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा द्वारा लाई गई शांति और प्रगति को अपनाना। डॉ. जितेंद्र सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि कांग्रेस अब कश्मीर के लोगों को बरगला नहीं सकती; वे आगे बढ़ चुके हैं और कांग्रेस को भी आगे बढ़ जाना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / अमरीक सिंह