दक्षिण 24 परगना, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की महिला टीम का 52 दिवसीय राफ्टिंग अभियान मंगलवार को संपन्न हो गया। गत तीन नवंबर को महिला सीमा रक्षकों की 20 सदस्यीय टीम, जिसमें दो अधिकारी और ‘सहायक कर्मचारी’ शामिल थे, गंगा के उद्गम स्थल गंगोत्री से इस राफ्टिंग अभियान पर निकली थी। वे आज डायमंड हार्बर पहुंचीं और अपनी नावों को बांध दिया।
बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने आज डायमंड हार्बर में आयोजित एक समारोह में उनका स्वागत किया। इस अवसर पर अतिरिक्त डीजी आईजी (दक्षिण बंगाल) मनिंदर प्रताप सिंह, आईजी (प्रशिक्षण-मुख्यालय) राजाबाबू सिंह सहित बल के कुछ वरिष्ठ अधिकारी और अभियान के मुख्य प्रबंधकों में से एक राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के क्षेत्रीय अधिकारी मौजूद थे।
डीजी ने महिला यात्रियों की बहादुरी और पराक्रम की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने लोगों को जो संदेश देने की कोशिश की है, उसकी दूरगामी भूमिका है।
सफल अभियान के बाद, साहसी लोगों के स्वागत के लिए डायमंड हार्बर जेटी को रंग-बिरंगी सजावट से सजाया गया था। आसपास की कुछ स्पीडबोटों पर गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने की विभिन्न अपीलें रखी गई थीं। अभियान का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और स्वच्छ गंगा को बढ़ावा देना था।
बाद में, साहसी लोगों को बीएसएफ द्वारा मंच पर स्मृति चिह्न, उनकी बड़ी ग्रुप फोटो आदि देकर सम्मानित किया गया। पीछे स्क्रीन पर गंगा अभियान के विभिन्न चरणों की तस्वीरें और जानकारी दिखाई गई। मार्ग को छह खंडों में विभाजित किया गया था -80 किमी, 202 किमी, 274 किमी, 474 किमी, 410 किमी और 884 किमी (मोकामा से गंगासागर तक)।
विशेष रूप से, बीएसएफ और एनएमसीजी ने कानपुर शहर की जिला गंगा समिति के सहयोग से गंगोत्री से गंगासागर तक केवल महिलाओं के लिए राफ्टिंग अभियान चलाया। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सीआर पाटिल ने अभियान का उद्घाटन किया था।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय