
नैनीताल, 2 मई (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने नैनीताल शहर में नाबालिग बालिका के साथ घटित अमानवीय घटना पर रोष व्यक्त किया है। शुक्रवार को बार के सभागार में अध्यक्ष दुर्गा सिंह मेहता की अध्यक्षता में आहूत आम बैठक में वक्ताओं ने कहा कि यह घटना न केवल मानवीय मूल्यों के विरुद्ध है, बल्कि इससे शहर की विधिक और सामाजिक व्यवस्था पर भी प्रश्नचिह्न खड़े होते हैं।
बैठक में सोशल मीडिया पर अधिवक्ताओं एवं न्यायपालिका के विरुद्ध असभ्य भाषा और वीडियो प्रसारित करने वालों की निंदा की गई और इसे न्यायालय की अवमानना बताया गया। वक्ताओं ने इस पर विधिक कार्यवाही की मांग की। साथ ही घटना को साम्प्रदायिक रंग देने के प्रयासों पर चिंता प्रकट की गई और पुलिस प्रशासन से शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा निर्दोष लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपेक्षा की गई।
सदस्यों ने एकमत से यह प्रस्ताव पारित किया कि नाबालिग बालिका को शीघ्र न्याय दिलाने के लिए प्रकरण को त्वरित न्यायालय में संचालित किया जाए और आरोपितों को कठोरतम दंड दिया जाए। बैठक का संचालन महासचिव वीरेन्द्र सिंह रावत ने किया। बैठक में डॉ. महेंद्र पाल, नवनीश नेगी, कमलेश तिवारी, डीसीएस रावत, जयवर्धन कांडपाल, सुखबानी सिंह, योगेश पचोलिया, विनोद तिवारी, संजय भट्ट, प्रभा नैथानी सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
