
नाहन, 25 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश की मनमोहक वादियों में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं से ग्रीन टैक्स वसूले जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस विषय पर चूड़ेश्वर सेवा समिति पांवटा ने गहरी आपत्ति जताई है।
पांवटा साहिब में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौहान ने कहा कि चूड़धार सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि उत्तराखंड, शिमला और सिरमौर सहित कई क्षेत्रों के लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां के लोग अपने कुल देवता जूदेश्वर और श्रीगूल के दर्शन के लिए हर वर्ष बड़ी संख्या में आते हैं।
ओम प्रकाश चौहान ने प्रदेश सरकार से अपील करते हुए कहा, सरकार को इस धार्मिक भावना को समझते हुए ग्रीन टैक्स जैसी व्यवस्था पर पुनर्विचार करना चाहिए। श्रद्धालुओं पर टैक्स का बोझ डालना अनुचित है और इससे उनकी आस्था को ठेस पहुंच रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में चूड़धार से एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें श्रद्धालुओं से टैक्स वसूली होते देखा गया।
उन्होंने इस घटना को गंभीर बताया और कहा कि यह जनभावनाओं को आहत करने वाला विषय है। समिति ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द इस टैक्स को हटाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
हर वर्ष लाखों श्रद्धालु चूड़धार पहुंचते हैं और अपनी आस्था के साथ देवदर्शन करते हैं। समिति का कहना है कि ऐसे धार्मिक स्थलों पर टैक्स लगाना न केवल गलत है बल्कि यह लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता में भी बाधा उत्पन्न करता है।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
