गुवाहाटी, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) ट्रेनों की सेक्शनल स्पीड बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह के उपाय कर रही है। इस संबंध में, जहां भी संभव हो, अस्थायी और स्थायी गति प्रतिबंधों को हटाया जा रहा है। इसके अलावा, विभिन्न सेक्शनों के लूप लाइनों से होकर चलने वाली ट्रेनों की गति भी बढ़ाई गई है। इसके परिणामस्वरूप ट्रेनों की गति में समग्र वृद्धि हुई है, साथ ही समय की पाबंदी में सुधार हुआ है और यात्रियों को बेहतर ट्रेन सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि पूसीरे ने दिसंबर, 2024 तक 10 स्थायी गति प्रतिबंधों (पीएसआर) को हटा दिया गया है, उसमें ढील दी गई है। स्थायी गति प्रतिबंधों को हटाने के लिए, ट्रैक ज्यामिति को समायोजित कर कर्व को सामान्य किया गया है, जिससे कर्वेचर कम हो गई है और उन सेक्शनों से तेज़ गति से ट्रेनें गुजर रही है। इसके अतिरिक्त, पुलों को समतल किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पटरियां समतल हैं और उतार-चढ़ाव में कहीं अचानक परिवर्तन न हो। इस पीएसआर को हटाना पूसीरे की इंजीनियरिंग टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
इसी तरह, पूसीरे में अभी 44 अस्थायी गति प्रतिबंध (टीएसआर) हैं। गति बढ़ाने के कार्य में सभी अवसंरचना का व्यापक उन्नयन शामिल है जैसे ट्रैक रिनुअल, पुलों को मजबूत करना, संभवतानुसार कर्व को सामान्य बनाना, सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार करना आदि।
पूसीरे अपने पूरे नेटवर्क में ट्रैक की स्थिति सुधारने और पीएसआर हटाने के लिए सक्रियता से कार्य कर रही है। इन प्रयासों में ट्रैक नवीनीकरण, ट्रैक अनुरक्षण और उन्नत सिग्नलिंग एवं नियंत्रण प्रणालियों की स्थापना शामिल है। इस स्थायी गति प्रतिबंध को हटाना सभी के लिए सुरक्षित और कुशल रेल यात्रा प्रदान करने की पूसीरे की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश