-रेलवे के विकास के विभिन्न पहलुओं पर हुई चर्चा
गुवाहाटी, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने आज डिब्रूगढ़ में तिनसुकिया मंडल के क्षेत्राधिकार को कवर करने वाले संसद सदस्यों के साथ एक समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली, सांसद कामाख्या प्रसाद तासा और नगालैंड से लोकसभा सांसद एस सुपोंगमेरेन जमीर शामिल थे। इस अवसर पर तिनसुकिया के मंडल रेल प्रबंधक उत्तम प्रकाश के साथ-साथ पूसीरे मुख्यालय के वरिष्ठ रेल अधिकारी भी उपस्थित थे।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया है कि पूसीरे के महाप्रबंधक ने सभी सांसदों का स्वागत करते हुए हाल के दिनों की गतिविधियों और उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने हाल ही में एडीआरई परीक्षा के परीक्षार्थियों के लिए स्पेशल ट्रेन, त्याेहार स्पेशल ट्रेनों के परिचालन और पूसीरे में चल रहे बुनियादी ढांचे के कार्यों के बारे में प्रकाश डाला। महाप्रबंधक ने ‘डिजिटल इंडिया’ के विजन के अनुरूप नकद रहित लेनदेन को सक्षम बनाने के लिए पूसीरे में 588 स्टेशनों के टिकट काउंटरों पर क्यूआर कोड वाली मशीनों की शुरुआत करने का उल्लेख किया।
उन्होंने सांसदों को पूसीरे के विभिन्न स्टेशनों पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल खोले जाने की जानकारी दी, ताकि सामाजिक आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय उद्यमियों को स्थानीय क्षेत्र के उत्पादों और शिल्पकला को प्रदर्शित करने एवं बेचने में मदद मिल सकें। सांसदों को पूर्वोत्तर में चल रहे विद्युतीकरण, दोहरीकरण और नई लाइन परियोजनाओं की स्थिति के बारे में भी अवगत कराया। लामडिंग से डिब्रूगढ़ वाया शिमलगुड़ी एवं तिनसुकिया तक दोहरीकरण का कार्य भी प्रक्रियाधीन है। उन्होंने प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र खोले जाने का भी उल्लेख किया।
महाप्रबंधक ने बताया कि न्यू तिनसुकिया रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है। उन्होंने सांसदों को तिनसुकिया मंडल के क्षेत्राधिकार के अधीन होलोंगपार वन्यजीव अभयारण्य में एक कृत्रिम कैनोपी पुल के प्रावधान के बारे में भी जानकारी दी, ताकि वृक्षीय जीव-जन्तु रेलवे पटरियों को सुरक्षित रूप से पार कर सकें। उन्हाेंने उपस्थित संसद सदस्यों को अत्याधुनिक, एआई-आधारित इंट्रुज़न डिटेक्शन सिस्टम (आईडीएस) से भी अवगत कराया, जो रेल पटरियों को पार करते समय हाथियों के बारे में भी सूचित करेगा, जिससे हाथियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। इसके साथ-साथ पटरियों के पास हाथियों की आवाजाही का सटीक पता लगाने और निवारक कार्रवाई के लिए लोको पायलटों और स्टेशन मास्टरों को सही समय पर अलर्ट भी करेगा।
सांसदों से अनुरोध किया गया कि वे अवैध अतिक्रमणों को हटाने, अनधिकृत क्रॉसिंग को बंद करने, समपार फाटकों को बंद करने आदि में सहयोग करें ताकि सुरक्षा में सुधार हो सके और विभिन्न विकास कार्य किए जा सकें। इस बैठक में होने वाले विचार-विमर्श से रेलवे को इस क्षेत्र के लोगों के लिए रेलवे की विकास योजनाओं को अंतिम रूप देने में काफी मदद मिलेगी। महाप्रबंधक ने कहा कि प्रस्तावों को तैयार करते समय संसद सदस्यों द्वारा व्यक्त किए गए सुझावों और विचारों पर उचित कार्रवाई किए जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय