अजमेर, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । श्री पुष्कर पशु मेला-2024 की तैयारियों के संबंध में जिला कलक्टर लोक बंधु की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ है। इसमें समस्त तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए गए।
जिला कलक्टर लोक बंधु ने मंगलवार को पुष्कर मेला-2024 की तैयारियों की समीक्षा बैठक में विभागवार कार्यों के बारे में चर्चा की। बैठक में उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप भव्य रूप से पुष्कर मेले का आयोजन होना चाहिए। समस्त प्रभारी सौंपे गए दायित्वों की पूरी तैयारी कर लें। दीपदान के लिए समस्त घाटों पर व्यवस्था की जाएगी। सरोवर के पूर्ण भरा होने के कारण घाटों पर इक्यावन हजार से अधिक दीपों से घाट जगमग होंगे। इसमें बड़ी कक्षा वाले विद्यालयों को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि नवीन मेला क्षेत्र में पशुपालकों की सुविधा के लिए रैम्प बनाने के कार्य में तेजी लाकर दो दिन में पूर्ण करें। इसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे। नियन्त्रण केन्द्र तथा उद्घोषणा कल चौबीस घण्टे कार्यरत होने चाहिए। स्वयं भोजन पकाने के लिए दो एलपीजी काउन्टर स्थापित करें। इसी प्रकार उचित मूल्य पर भोजन सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिवर्ष स्थापित होने वाले दो काउन्टरों के अलावा दड़ा क्षेत्रा में भी एक अतिरिक्त काउण्टर खोला जाए।
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक यात्रा मार्ग में गड्डे तथा जल भराव को दूर करें। मार्ग में झूलते तारों को ऊपर किया जाए। आध्यात्मिक यात्रा आरंभ स्थल गायत्री शक्तिपीठ पर झांकियों की संख्या के अनुसार जगह उपलब्ध होनी चाहिए। विकास प्रदर्शनी में समस्त विभागों द्वारा अपडेट डाटा तथा योजनाएं प्रदर्शित की जाए। उन्हें आकर्षक बनाने का प्रयास करें। विकास प्रदर्शनी का आयोजन पूर्णिमा को रात्रि 10 बजे किया जाना आवश्यक है। प्रदर्शनी में भाग लेने वाले विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी इनके लिए दो पारियों में स्टाफ लगाएंगे।
उन्होंने कहा कि महाआरती में अधिकतम श्रद्धालुओं द्वारा भाग लिए जाने के अनुसार व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। शिल्प ग्राम में लोक कलाकारों के लिए हैंडीक्राफ्ट बाजार लगाया जाए। राज्य पशु, उष्ट्र के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए ध्वजारोहण के पश्चात नया मेला स्थल तक ऊंट रैली का आयोजन होगा। इसके लिए समस्त तैयारियां अभी से तय कर लें। सरोवर के घाटों पर पुलिस, होमगार्ड, एसडीआरएफ तथा सिविल डिफेन्स का जाप्ता पूरे समय तैनात रहना चाहिए। गोताखोर भी पारी अनुसार ड्यूटी देंगे। पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने कहा कि सरोवर के घाटों पर चार फीट की गहराई के पश्चात अन्दर जाने से रोकने के लिए मोटे रस्से लगाए जाएं। जल की गहराई के संकेतक लगाएं। फिसलन से बचने के लिए रस्सों का सहारा दिया जाए। आध्यात्मिक यात्रा मार्ग में आवश्कतानुसार बेरिकेटिंग करें। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड़ एवं ज्योति ककवानी, अजमेर विकास प्राधिकरण के सूर्यकांत शर्मा, मेला मजिस्ट्रेट गौरव मित्तल, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / रोहित