नई दिल्ली, 19 मई (Udaipur Kiran) । पंजाब किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ एक रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज कर आखिरकार 11 वर्षों बाद आईपीएल प्लेऑफ में जगह बना ली। इस ऐतिहासिक क्षण के बाद, कप्तान श्रेयस अय्यर ने ड्रेसिंग रूम में टीम के सामूहिक प्रयास और एक-दूसरे के लिए चिंता करने की भावना को जीत का मूल मंत्र बताया।
पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयश अय्यर ने कहा, हम सभी जानते हैं कि जब किसी को खेलने का मौका नहीं मिलता, तब यह कितना मुश्किल होता है। लेकिन आज हमने देखा कि जो खिलाड़ी बाहर बैठे थे, उन्होंने भी मैदान पर जाकर बाकी साथियों की मदद की। यह दर्शाता है कि हर कोई टीम के लिए कितना समर्पित है।
अय्यर ने हेड कोच रिकी पोंटिंग का उल्लेख करते हुए कहा, रिकी ने टीम के भीतर ‘एक-दूसरे की परवाह’ की बात की थी, और आज मैं वह भावना हर खिलाड़ी में देख सका। यही असली टीम भावना है।
श्रेयस ने जीत के बाद सभी खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा, प्लेऑफ में पहुंचना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है, और इसके लिए टीम के हर सदस्य को बधाई। चाहे मैदान पर खेलने वाले खिलाड़ी हों या बेंच पर बैठे साथी, हर किसी ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने टीम से आग्रह किया कि इस ऊर्जा और जोश को आगामी मुकाबलों में भी बनाए रखें, ताकि पंजाब किंग्स इस बार खिताब की दौड़ में और आगे बढ़ सके।
पंजाब किंग्स की 11 साल के बाद प्लेऑफ में वापसी 2014 के बाद की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिनी जा रही है। लंबे समय से टीम पर प्रदर्शन को लेकर सवाल उठते रहे, लेकिन इस सीजन में खिलाड़ियों की एकजुटता, नेतृत्व और मेहनत ने टीम को नई दिशा दी।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
