चंडीगढ़, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ पुलिस को जजों की सुरक्षा समीक्षा करके रिपोर्ट मांगी है। हाई कोर्ट ने यह निर्देश पिछले दिनों पंजाब के अमृतसर स्थित दरबार साहिब परिसर में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए दिए हैं। आज सुनवाई में पंजाब के डीजीपी गौरव यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए।
दरअसल, जस्टिस एनएस शेखावत 22 सितंबर को दर्शन के लिए दरबार साहिब गए थे। उनकी सुरक्षा के लिए एएसआई अश्विनी एस्कॉर्ट वाहन के साथ ही मौजूद थे। इस दौरान अचानक एक व्यक्ति आया और उसने एएसआई की पिस्तौल छीन ली थी। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले उसने खुद को गोली मार ली। आनन फानन में सिक्योरिटी में मौजूद लोगों ने जज को सुरक्षित किया था। इस घटना का पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया था।
आज सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि अमृतसर की घटना सीधे तौर पर सुरक्षा में चूक का मामला बनता है, जो गंभीर विषय है। इस मामले पंजाब पुलिस की जांच कहां तक पहुंची है। चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी भी इस दौरान हाजिर थे। अदालत ने कहा कि जब सुबह वह सैर पर जाते हैं तो पुलिस पेट्रोलिंग नजर नहीं आती है। जजों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। बुधवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने पंजाब पुलिस से इस मामले में अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही चंडीगढ़ पुलिस को कहा है कि जजों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। सिक्योरिटी का रिव्यू किया जाए। मामले की अगली सुनवाई 27 सितंबर तय की गई है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा