

गांधीनगर, 22 मई (Udaipur Kiran) । इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गिर फाउंडेशन-गांधीनगर द्वारा आगामी 5 जून तक वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण का अंत विषय पर जनजागरण अभियान का आयोजन किया गया है। इस अभियान के तहत पर्यावरणीय चुनौतियों और प्लास्टिक प्रदूषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अभियान के अंतर्गत गुरुवार को वन और पर्यावरण मंत्री मूलुभाई बेरा ने गिर फाउंडेशन के इंद्रोड़ा प्रकृति उद्यान-गांधीनगर से प्लास्टिक संग्रहण अभियान की शुरुआत की। गिर फाउंडेशन-गांधीनगर एवं गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड-गांधीनगर के संयुक्त प्रयास से इस अभियान के दौरान मंत्री ने इंद्रोड़ा प्रकृति उद्यान में स्थापित प्लास्टिक संग्रहण केंद्र का भी उद्घाटन किया। इस केंद्र पर प्लास्टिक कचरा जमा कराने वाले बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप मंत्री के हाथों रिसाइकल किए गए प्लास्टिक से बनी उपयोगी वस्तुएं प्रदान की गईं।
मंत्री ने इंद्रोड़ा प्रकृति उद्यान से जनजागरण बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में वन विभाग, गिर फाउंडेशन, जीपीसीबी और अन्य सहयोगी संस्थाओं के अधिकारी-कर्मचारी एवं स्कूल के छात्र बड़ी संख्या में शामिल होकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश आम जनता तक पहुंचाया। मंत्री सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों और नागरिकों ने ‘मिशन लाइफ’ में शामिल होकर अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण-सम्मत बदलाव लाने का संकल्प भी लिया।
इस मौके पर मंत्री ने कहा कि प्लास्टिक संग्रहण अभियान के माध्यम से नागरिकों को प्लास्टिक कचरे के उचित निपटान के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस अभियान के तहत आगामी 5 जून तक कोई भी व्यक्ति अपने घर या कार्यालय से बेकार प्लास्टिक की वस्तुएं इंद्रोड़ा प्रकृति उद्यान में स्थापित प्लास्टिक संग्रहण केंद्र पर जमा करा सकता है। इसके बदले में नागरिकों को रिसाइकल किए गए प्लास्टिक से बनी विभिन्न उपयोगी वस्तुएं दी जाएंगी।
मंत्री ने कहा कि पर्यावरण की चिंता केवल किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य के सभी नागरिक पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान में शामिल होकर प्लास्टिक के उपयोग को कम करेंगे तथा प्लास्टिक कचरे के उचित प्रबंधन के लिए जागरूक और प्रतिबद्ध बनेंगे। इस मौके पर वन और पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव संजीव कुमार, गुजरात के मुख्य वन संरक्षक डॉ. जयपाल सिंह, गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, वन और पर्यावरण विभाग तथा अन्य सहयोगी संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी समेत नागरिक भी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
