-असम स्टूडेंट यूनियन के आह्वान पर हुए प्रदर्शन
गुवाहाटी, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । नगांव जिले के धिंग में 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर पूरे राज्य में आक्रोश हैं।
घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में सबसे अधिक स्कूल एवं कॉलेज के बच्चे शामिल हुए। इस बीच, पुलिस ने घटना के सिलसिले में दो लोगों शाहिदुल इस्लाम और तफजुल इस्लाम को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) ने धिंग में बलात्कार की घटना के आरोपितों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर आज धिंग बंद का आह्वान किया था। आसू ने इस
घटना की निंदा की। आसू के आह्वान पर आज धिंग में बंद का व्यापक असर दिखा। धिंग में आज व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहने के साथ ही शहर में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से थमी रही। लोगों के आक्रोश को दिखते हुए धिंग में जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या पुलिस के साथ सीआरपीएफ की तैनाती की है।
ऊपरी असम के शिवसागर जिले में धिंग रेप मामले के दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर खिलंजिया (स्थानीय) मुस्लिम समुदाय ने प्रदर्शन किया। खिलंजिया मुसलमानों ने घटना में शामिल दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। राज्य के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ कामरूप जिले के नगरबेड़ा में छात्रों ने आज कोलकाता और नगांव के धिंग बलात्कार मामले के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। बिमला प्रसाद चालिहा कॉलेज के सैकड़ों छात्रों ने बैनर, पोस्टर आदि लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोपितों को उचित सजा देने की मांग की। इस बीच धिंग में सामूहिक बलात्कार मामले के विरोध में मोरीगांव जिले में हजारों पुरुषों, महिलाओं और युवा लड़कियों ने आज बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों को गिरफ्तार करने और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द फांसी देने की मांग की।
धिंग के साथ मोइराबारी बाजार में दुकानें और बाजार बंद रहे। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद लोगों ने मोइराबाड़ी पुलिस स्टेशन के सामने विभिन्न नारे लिखीं तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और लहरीघाट राजस्व सर्कल के सर्कल अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में पीड़िता के लिए न्याय की मांग की गई।प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बलात्कारियों का कोई धर्म नहीं होता। प्रदर्शनकारियों ने बलात्कारियों को फांसी देने की मांग की।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय सक्सेना