
जम्मू, 3 मई (Udaipur Kiran) । मिशन स्टेटहुड के अध्यक्ष सुनील डिम्पल ने जानीपुर हाई कोर्ट रोड पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया जिसमें जम्मू नगर निगम (जेएमसी), बिजली विकास विभाग (पीडीडी) और सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई) विभाग के खिलाफ जनता का गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का ध्यान जम्मू में प्रमुख नागरिक और उपयोगिता विभागों की पूर्ण विफलता की ओर आकर्षित करना था।
बढ़ती जनता की हताशा के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में व्यापारी विरोध रैली में शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए डिम्पल ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए और दावा किया कि जम्मू शहर में 15,000 मुख्य सड़कें और स्ट्रीट लाइटें काम नहीं कर रही हैं जिससे हर रात पड़ोस अंधेरे में डूब जाते हैं।
उन्होंने जेएमसी पर प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि निगम की आधिकारिक वेबसाइट काम नहीं कर रही है, जिससे नागरिकों के लिए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, स्वच्छता शिकायत पंजीकरण या घर निर्माण योजना ऑनलाइन जमा करने जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं तक पहुँचना असंभव हो गया है। उन्होंने कहा कि घर-घर कचरा संग्रहण की अनुपस्थिति और सड़कों, नालियों और सीवरेज लाइनों की बिगड़ती स्थिति ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है, जबकि निर्वाचित प्रतिनिधि अनुपस्थित और गैर-जवाबदेह रहते हैं।
डिंपल ने पीडीडी पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि विभाग बढ़े हुए बिजली बिल जारी कर रहा है और उपभोक्ताओं पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर थोप रहा है। उन्होंने स्मार्ट मीटरिंग पर तत्काल रोक लगाने की मांग की और जोर देकर कहा कि इसके बजाय कागजी बिल जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि गरीब, जिनमें से कई अशिक्षित हैं और उनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं, डिजिटल सिस्टम तक पहुँचने में असमर्थ हैं और परिणामस्वरूप पीड़ित हैं। उन्होंने बिलिंग में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि लोगों को भुगतान पर कोई स्पष्टता के बिना एक ही महीने में कई बार अलग-अलग बिजली बिल मिल रहे हैं। डिंपल ने मांग की कि सरकार 1 जनवरी, 2025 से जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली, 12 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर और दोगुना राशन उपलब्ध कराए।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा, खासकर प्रीपेड मीटरिंग के खिलाफ। जल शक्ति और पीएचई विभागों की आलोचना करते हुए डिंपल ने कहा कि जम्मू शहर के बड़े हिस्से में पीने के पानी का गंभीर संकट है, कई इलाकों में नियमित पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
