Uttrakhand

शिक्षकों को व्यवस्था पर अन्य विद्यालयों में भेजे जाने का किया विरोध

कर्णप्रयाग में आयोजित बैठक में नंदानगर की कार्यकारणी का सम्मान करते हुए।

गोपेश्वर, 23 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ चमोली की एक सोमवार को एक त्रैमासिक बैठक कर्णप्रयाग में संपन्न हुई। बैठक में जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में व्यवस्था पर भेजे जाने का विरोध किया गया। साथ ही इस बात पर भी कड़ी आपत्ति दर्ज की गई कि कतिपय उप शिक्षा अधिकारी/खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के मुख्य गेट पर शिक्षकों के कार्यालय में न आने का पोस्टर लगाया है जो जिसे शिक्षकों को अपमान बताया गया।

कर्णप्रयाग में हुई बैठक में शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उपेंद्र सती ने कहा कि शिक्षकों का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जूनियर हाईस्कूल के कई शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में व्यवस्था पर भेजा गया है, यहां तक की प्राथमिक विद्यालयों में भी व्यवस्था पर भेजा गया है जो सरासर गलत है।

उन्होंने कहा कि कतिपय उप शिक्षा अधिकारियों/खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय के मुख्य गेट पर शिक्षों के प्रवेश न करने का पोस्टर चस्पा किया गया है। जो शिक्षकों का अपमान है जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि शिक्षकों की ऑन लाइन उपस्थिति में कई खामियां होने की शिकायत बार-बार की जा रही है उसके बाद भी शिक्षकों का वेतन रोका जाना न्याय संगत नहीं है। शिक्षकों का देयक भी समय पर भुगतान नहीं हो रहा है। साथ ही वेतन विसंगतियां भी दूर नहीं की जा रही है। बैठक में बीमार शिक्षकों के मेडिकल का भुगतान न होने पर भी नाराजगी व्यक्त की गई।

बैठक के माध्यम से चेतावनी दी गई कि यदि शीघ्र ही शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है तो शिक्षकों को आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। बैठक में गठित नंदानगर की कार्यकारणी के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष उपेंद्र सती, उपाध्यक्ष मंजुषा पुंडीर, सर्वेश्वर सिमल्टी, दिनेश नैनवाल, नारायण सिंह रावत, घनश्याम तिवारी, कैलाश नेगी आदि मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल

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