रामगढ़, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लोकसभा में दिए गए बयान का पूरे झारखंड में विरोध हो रहा है। उन्होंने संथाल परगना, बिहार एवं बंगाल राज्यों को मिलाकर केंद्र शासित राज्य बनाने की मांग कर डाली है। उनके इस बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पूरे झारखंड में विरोध मार्च और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।
मंगलवार को रामगढ़ शहर के सुभाष चौक पर भी जेएमएम जिला अध्यक्ष विनोद किस्कू के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाला गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ सांसद संथाल परगना, बिहार और बंगाल राज्यों को मिलाकर यूनियन टेरिटरी बनाने की कुंठित मानसिकता रखते हैं। लेकिन संथाल परगना को दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने अपने संघर्षों से संवारा है। संथाल आदिवासियों का क्षेत्र है और यहां आदिवासी ही अपनी सत्ता चला सकते हैं।
इस इलाके में केंद्रीय नेतृत्व अपनी दबंगई चलाने के लिए इस तरह के शगूफे छोड़ रहा है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि निशिकांत दुबे का बयान भाजपा की मानसिकता को स्पष्ट कर रहा है। लेकिन झामुमो और झारखंड की जनता उनके इस बयान की निंदा करती है।
जिला अध्यक्ष विनोद किस्कू ने कहा कि सांसद अपने इस बयान को वापस ले अन्यथा जिस तरह लोकसभा चुनाव में जनता ने एनडीए को संथाल परगना से खदेड़ा है, उसी प्रकार विधानसभा चुनाव में पूरे झारखंड से खदेड़ देगी।
(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश / शारदा वन्दना