मुंबई, 06 मार्च (Udaipur Kiran) । ग्रामीण विकास मंत्री जयकुमार गोरे ने गुरुवार को विधानसभा में शिवसेना नेता संजय राऊत, राकांपा (एसपी) के विधायक रोहित पवार और एक यू-ट्यूबर के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव को अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने स्वीकार करके विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया है।
मंत्री जयकुमार गोरे ने विधानसभा में कहा कि शिवसेना नेता संजय राऊत, विधायक रोहित पवार और एक यू-ट्यूबर ने उनके बारे में एक महिला को प्रताड़ित करने का झूठा और मनगढ़ंत आरोप लगाया है, जबकि इस मामले में कोर्ट ने उन्हें 2019 में ही क्लीन चिट दे दी है। इससे उन्हें मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है, साथ ही लोगों के बीच उनकी छवि धूमिल हुई है। इसलिए वे संजय राऊत, रोहित पवार और यू-ट्यूबर के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश कर रहे हैं। भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। इसलिए इस प्रस्ताव को तत्काल स्वीकार करते हुए बजट सत्र खत्म होने से पहले सभागृह के सामने सच्चाई लाई जानी चाहिए। अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इस प्रस्ताव को स्वीकर कर विशेषाधिकार हनन समिति के पास भेज दिया है।
ठाकरे समूह के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया था कि जयकुमार गोरे ने एक महिला को अपनी नग्न तस्वीरें भेजी थीं और मंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज के सेनापति हंबीरराव मोहिते के परिवार की एक महिला के साथ छेड़छाड़ की थी। इस मामले में गोरे को जेल जाना पड़ा था। मंत्री बनने के बाद गोरे फिर से महिला को प्रताड़ित कर रहे हैं। इसी तरह का बयान रोहित पवार ने भी दिया था, जिसे एक यू-ट्यूबर ने जारी किया था। इसी वजह से आज मंत्री जयकुमार गोरे ने इन तीनों के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया है।
पीड़ित महिला ने मीडिया को बताया कि गोरे अब भी उसे प्रताड़ित कर रहे हैं, इसलिए वह गोरे के विरुद्ध राजभवन के सामने 17 मार्च से आमरण अनशन करने वाली है।
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(Udaipur Kiran) यादव
