
लखनऊ, 03 जून (Udaipur Kiran) । खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के आयुक्त राजेश कुमार ने कहा कि पनीर में मिलावट कर मुनाफा कमाने वाले लोगों के लिए टाइटेनियम डाई आक्साइड बड़ा हथियार बन चुका है। मुनाफाखोर पनीर में टाइटेनियम डाई आक्साइड मिलाकर मिलावटी पनीर को उत्तर प्रदेश के बाजारों में बेच रहे है। इसकी जानकारी मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें सक्रिय हुई हैं और कई जगहों पर ऐसे मिलावटी पनीर की जांच कर उसे जब्त किया गया है।
आयुक्त राजेश कुमार ने (Udaipur Kiran) से कहा कि लोगों ने भोजन में पनीर के उपयोग को बेहद पसंद किया है और इसके कारण पनीर की मांग बाजारों में बढ़ी रहती है। उत्तर प्रदेश में पनीर को लगभग तीस सौ रूपये से चार सौ रूपये तक के रेट से बेचा जाता है। जो पनीर डेढ़ सौ या दो सौ रूपये का बिक रहा है, उसमें मिलावट की सम्भावना बेहद ज्यादा होती है। लोगों को अच्छी गुणवक्ता वाली पनीर का सेवन करना चाहिए। बाजार में मिलावटी पनीर दिखने पर इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को देनी चाहिए।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि बीते दिनों विभागीय अधिकारियों ने मिलावटी पनीर को पकड़ा है और जिसके बाद पनीर में बड़े पैमाने पर टाइटेनियम डाई आक्साइड मिलाये जाने की जानकारी हुई है। दूध को पनीर बनाने की प्रक्रिया के दौरान टाइटेनियम डाई आक्साइड का उपयोग कर पनीर की गुणवक्ता घटायी जाती है, वहीं पनीर का वजन बढ़ जाता है। जिसका आम लोगों की सेहत पर असर पड़ता है। जो पनीर खाने योग्य नहीं बचता है।
(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
