लखनऊ, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर
विश्वविद्यालय में गृह विज्ञान विद्यापीठ, बीबीएयू एवं भारतीय शिक्षण मंडल,
अवध
प्रांत के संयुक्त तत्वाधान में व्यासपूजा एवं शोध आनंद शाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय
के कुलपति प्रो. एन. एम. पी. वर्मा के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम की
अध्यक्षता आईक्यूएसी डायरेक्टर प्रो. राम चन्द्रा ने की।
प्रो. राम चन्द्रा ने कहा कि शोध और
जीवन के सार को हम सभी को समझना आवश्यक है। हमारे जीवन में राष्ट्र की महत्पूर्ण
भूमिका है I हमें राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव रखना चाहिए
एवं राष्ट्र की प्रगति हेतु दिन-रात अथक प्रयास करने चाहिए। मुख्य वक्ता प्रो.
प्रीति सक्सेना ने चर्चा के दौरान कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अपने जीवन में
समय प्रबंधन करना आना चाहिए। शोधकार्य एक खोज की यात्रा के समान है, क्योंकि
वह नए ज्ञान की खोज या किसी विषय को गहराई से समझने का एक गंभीर प्रयास है। साथ ही
इन्होंने शोधपत्र लेखन विषय से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी।
अमित रावत ने गुरु ज्ञान की
महत्ता बताते हुए भारतीय शिक्षा मंडल के कार्यों का विवरण दिया। साथ ही विकसित
भारत के लिए शोध को महत्वपूर्ण बताते हुए विद्यार्थियों को शोध कार्यों में बढ़-
चढकर प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया। प्रो. गौरव कैथवास ने कहा कि मनुष्य एक
जिज्ञासु प्राणी है। जो अपनी जिज्ञासा के फलस्वरूप ज्ञान की खोज में सदैव तत्पर
रहता है। विभिन्न खोजों एवं शोध कार्यों की वजह से ही मनुष्य ने प्रत्येक क्षेत्र
में स्वयं को सिद्ध किया है एवं अभूतपूर्व वृद्धि की है।
कार्यक्रम के दौरान सभी को
गुरु शिष्य परंपरा के महत्व के बारे में बताया गया एवं शोध पत्र लिखते समय ध्यान
देने योग्य महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी गयी। समस्त कार्यक्रम के दौरान
प्रो.डी. आर. मोदी, प्रो. विपिन सक्सेना, प्रो. दीपा. एच.
द्विवेदी, प्रो. संगीता सक्सेना, प्रो. नवीन कुमार अरोरा, , डॉ.
रवि शंकर वर्मा, डॉ. बलजीत श्रीवास्तव, डॉ. प्रियंका
शंकर, डॉ. के. शर्मिला, डॉ. नरेंद्र, डॉ शिव शंकर
सहित अन्य शिक्षकगण,शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) /उपेन्द्र
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय / बृजनंदन यादव