हमीरपुर, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, सोलन के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने नेरी स्थित औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के शिक्षकों को हर सप्ताह संस्थान के विद्यार्थियों के लिए मेंटोरशिप सेशन आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को महाविद्यालय की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति ने कहा कि मेंटोरशिप सत्रों के आयोजन से विद्यार्थियों को संस्थान में शिक्षण एवं अनुसंधान के लिए अच्छा एवं सौहार्दपूर्ण माहौल मिलेगा तथा यहां रैगिंग जैसी समस्या भी उत्पन्न नहीं होगी।
प्रो. चंदेल ने कहा कि नौणी विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध किसी भी महाविद्यालय में पिछले लगभग डेढ़ दशक के दौरान रैगिंग का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। इसके लिए सभी फैकल्टी मैंबर्स और विद्यार्थी बधाई के पात्र हैं। नेरी महाविद्यालय में किसी भी तरह की रैगिंग को रोकने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी और एंटी रैगिंग स्क्वैड द्वारा किए गए प्रबंधों की सराहना करते हुए कुलपति ने कहा कि मात्र 13 वर्षाें के सफर में ही इस संस्थान ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। अभी यहां विभिन्न स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी कोर्सों में 768 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें लगभग 70 प्रतिशत छात्राएं हैं।
उन्होंने छात्र प्रतिनिधियों से विशेष अपील करते हुए कहा कि रैगिंग और नशे जैसी बुराइयों को रोकने में विद्यार्थियों की भूमिका भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। कुलपति ने कहा कि संस्थान एवं हॉस्टल के परिसरों में या इनके आस-पास किसी भी तरह की घटना पर सबसे पहले तुरंत संस्थान के संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाना चाहिए, ताकि वे त्वरित कदम उठा सकें।
इस अवसर पर महाविद्यालय के डीन प्रो. धर्मपाल शर्मा ने कुलपति, विश्वविद्यालय के अधिकारियों, एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों और छात्र प्रतिनिधियों का स्वागत किया तथा महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। एंटी रैगिंग स्क्वैड के अध्यक्ष डॉ. विकास शर्मा ने रैगिंग रोकने के लिए किए गए आवश्यक प्रबंधों तथा इससे संबंधित विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों की जानकारी दी।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला