Haryana

बजट से प्रदेश में विकास के खुलेंगे नए द्वार : प्रो. कर्मपाल सिंह

प्रस्तोता प्रोफेसर कर्मपाल सिंह गोष्ठी को संबोधित करते हुए।

जीजेयू में बजट चर्चा पर एक गोष्ठी आयोजित

हिसार, 29 मार्च (Udaipur Kiran) । पंचनद शोध संस्थान, हिसार द्वारा गुरु जंभेश्वर विज्ञान

एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में नव संवत्सर 2082 की पूर्व संध्या पर ‘बजट

2025: समृद्ध और विकसित हरियाणा की ओर’ विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में गुजवि

के प्रोफेसर कर्मपाल सिंह प्रस्तोता जबकि सेवानिवृत प्राचार्य एवं भारतीय विकास परिषद

वीर शाखा के अध्यक्ष रमेश आर्य ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राज्य सूचना आयुक्त प्रो.

जगबीर सिंह भी इस गोष्ठी में उपस्थित रहे।

प्रोफेसर कर्मपाल सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि बजट में आय-व्यय के खर्चे

का ब्यौरा एवं राजकोषीय घाटे का उल्लेख किया जाता है। बजट में प्रदेश को एक विकसित

और आदर्श राज्य बनाने के लिए अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू करने के साथ-साथ महत्वाकांक्षी

परियोजनाओं को शुरू करने की घोषणाएं की गई हैं। बजट में प्रदेश के सभी 22 जिलों के

लिए लोगों की प्राथमिकताओं के अनुरूप सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक संतुुलन बनाए रखने

के लिए योजनाओं एवं विकास कार्यों को शुरू किया जाएगा। प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज

खोलने, अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने, ग्रामीण विकास के आधारभूत ढांचे की संरचना

तैयार करने, सिंचाई प्रणाली, कृषि एवं बागवानी क्षेत्र के साथ-साथ शिक्षा और पर्यावरण

संरक्षण के लिए पौधारोपण अभियान चलाने का बजट में विस्तार से उल्लेख किया गया है।

डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश के लिए दो लाख, पांच हजार,

17 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है। इसमें 1.48 लाख करोड़ रुपए वेतन और समाज कल्याण

योजनाओं पर खर्च किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त 35 हजार करोड़ रुपए ऋण अदायगी तथा 16 हजार

करोड़ रुपए विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने

बताया कि बजट में कृषि क्षेत्र के लिए सर्वाधिक 38 घोषणाएं की गई हैं। इससे प्रदेश

के किसानों कि आर्थिक स्थिति में सुधार होने के साथ-साथ अनाज उत्पादन में भी बढ़ोतरी

होगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने बजट में चार बड़ी घोषणाएं की हैं जिनके माध्यम

से प्रदेश में महिलाओं, किसानों, छात्रों और खिलाडिय़ों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।

सेवानिवृत प्राचार्य रमेश आर्य ने बताया कि हरियाणा को विकसित प्रदेश बनाने

के लिए नीति निर्धारकों द्वारा आगामी दशक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, महिला-सशक्तिकरण

और न्यायोचित कानून व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इस अवसर पर पंचनद शोध

संस्थान अध्ययन केन्द्र हिसार के संरक्षक ज्ञानचंद बंसल, सचिव डॉ. मोहित कुमार, प्रोफेसर

एनके बिश्नोई, सेवानिवृत जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. दलबीर सिंह सैनी सहित अनेक पदाधिकारी

व शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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