Uttar Pradesh

स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान की असीम सम्भावना : प्रो. जोशी

*एमजीयूजी के एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों ने  किया आरएमआरसी का शैक्षणिक भ्रमण*
*एमजीयूजी के एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों ने  किया आरएमआरसी का शैक्षणिक भ्रमण*

गोरखपुर, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों ने आईसीएमआर)-आरएमआरसी का शैक्षिक भ्रमण कर वहां के विविध लैबों में जाकर जरूरी जानकारी हासिल की।

क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) गोरखपुर के निदेशक प्रो. हरि शंकर जोशी ने विद्यार्थियों का ज्ञानार्जन करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान की असीम सम्भावना है। जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के विद्यार्थियों में अन्वेषकीय दृष्टि है। शोध ज्ञानार्जन के लिए छात्र आरएमआरसी के सम्पर्क में हैं, जहां वैज्ञानिकों के दिशा निर्देशन में भविष्य के नवाचार को नई ऊर्जा मिलेगी।

वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र का गठन 2008 में हुआ है। इंसेफेलाइटिस के प्रकोप से निपटने में आरएमआरसी के अनुसंधान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वैज्ञानिक डॉ राजीव सिंह, डॉ. बृज रंजन मिश्रा इस केंद्र की प्रयोगशाला के विभिन्न पहलुओं की विस्तार से जानकारी दी। वैज्ञानिक डॉ. अमन अग्रवाल, डॉ. नलिनी मिश्रा, डॉ. एसपी बेहरा, डॉ. रोहित बेनीवाल ने भी विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन किया। यह शैक्षिक भ्रमण संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो.सुनील कुमार सिंह और विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार दुबे के निर्देशन में हुआ।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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