हरिद्वार, 20 मार्च (Udaipur Kiran) । आज विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि गौरैया संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में महाविद्यालय का पर्यावरण प्रकोष्ठ भी पिछले चार वर्षों से निरन्तर गौरेया के लिए घाेंसले बना विभिन्न स्थानों पर लगा कर अपना योगदान दे रहा हैं। उन्होंने कहा कि शहरीकरण एवं पेड़ों के कटने से घरों के आंगन में फुदकने और चहकने वाली गौरेया विलुप्ति की कगार पर थी, परन्तु गौरेया-संरक्षण के लिए किए जा रहे सामूहिक प्रयासों के सुखद परिणाम आज दिखाई देने लगे हैं। सभी को मिलकर इन प्रयासों को जन-जन तक पहुंचाना होगा।
कालेज के छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय माहेश्वरी ने पर्यावरण प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. विजय शर्मा तथा पर्यावरण प्रहरी गौरव बंसल द्वारा गौरैया संरक्षण के लिए चलायी जा रहीं इस मुहीम की भूरि भूरि प्रशंसा की। इस अवसर पर डॉ. माहेश्वरी ने कहा कि गौरेया एक छोटी चिड़िया मात्र नहीं है, अपितु यह हमारे साहित्य, कला व संस्कार में रची बसी है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को गौरैया के संरक्षण-संवर्धन का संकल्प लेने की आवश्यकता है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
