
नीलांचल की हल्दी और अयोध्या-मथुरा के खास गुलाल के साथ होगा गौना ,तैयारियां शुरू
वाराणसी,03 मार्च (Udaipur Kiran) । काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ और माता गौरा पार्वती के गौना के लिए मथुरा जेल में बंद बंदियों ने खास हर्बल अबीर भेजी है। बंदियों की भेजी गई हर्बल अबीर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत के टेढ़ीनीम स्थित आवास गौरी सदनिका पर पहुंच गई है। माता गौरा के विदाई के पूर्व 52 शक्ति पीठों में एक असम के गुवहाटी स्थित माता कामाख्या मंदिर से आई खास हल्दी उनके विग्रह को लगेगी। बाबा विश्वनाथ के लिए श्रीराम भूमि अयोध्या और श्रीकृष्ण की भूमि मथुरा से भी हर्बल गुलाल आएगा।
सोमवार को पूर्व मंहत स्व.कुलपति तिवारी के पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या के प्रकांड रामायणी पं. वैद्यनाथ पांडेय के पुत्र पं. राघवेंद्र पांडेय ने फूलों से तैयार की गई खास प्रकार की अबीर गौना रस्म के लिए भेजी है। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती विवाह के बाद रंगभरी एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के टेढ़ीनीम स्थित मंहत आवास (गौरा सदनिका) से महादेव संग गौरा के गौना की हल्दी और पालकी यात्रा की तैयारी चल रही है।
उन्होंने बताया कि चार दिनों तक चलने वाले गौरा के गौना उत्सव के प्रथम दिन सात मार्च को टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास में संध्याबेला में गौरा को हल्दी लगाई जाएगी। यह रस्म विश्वनाथ मंदिर के दिवंगत मंहत डॉ. कुलपति तिवारी की पत्नी मोहिनी देवी के सानिध्य में वंश परंपरानुसार वे खुद निभायेंगे। महंत आवास में तैयारिया पूर्ण कर ली गई हैं। महंत परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के मार्गदर्शन में महादेव एवं गौरा के गौना का कर्मकांड पूर्व परंपरानुसार पूर्ण किया जाएगा। पं. वाचस्पति ने बताया कि 10 मार्च को रंगभरी एकादशी पर महंत आवास से बाबा की पालकी (गौना यात्रा) यात्रा निकलेगी।
—————
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
