CRIME

दुष्कर्म और हत्या के मामले में जेल में बंद बंदी ने लगाई फांसी

जेल में बंदी के आत्महत्या के बाद शव ले जाते जेल कर्मी

हमीरपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । हमीरपुर जिला जेल में मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या करने के मामले में बंद एक बंदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से जेल में हड़कंप मचा गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराने की तैयारी शुरू कर दी है। उधर, घटना की सूचना पाते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

हमीरपुर जिला जेल में पिछले पांच सालों से मासूम की दुष्कर्म व हत्या के मामले में बंद पप्पू उर्फ नफीस (50) ने बीती शाम गुरुवार काे जेल में फांसी लगा ली। फांसी के फंदे पर उसे लटकता देख जेल अधिकारियों के होश उड़ गए। आनन फानन उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारकर सदर अस्पताल लाया गया, जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से जेल में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

जेल अधीक्षक जीआर वर्मा ने शुक्रवार को बताया कि बंदी कल शाम तक पाकशाला में अन्य बंदियों के साथ काम करता रहा। काम समाप्त होने के बाद पाकशाला से सभी बंदी निकल आए थे, लेकिन पप्पू उर्फ नफीस वहीं रुक गया। उसने मौका देख फांसी लगा ली है। जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदी मासूम से दुष्कर्म और हत्या के मामले में बंद था। मुकदमा ट्रायल पर है। ऐसा लगता है कि जजमेंट में सजा के डर से बंदी ने आत्महत्या का कदम उठाया है। घटना की जानकारी थाना पुलिस के जरिए परिजनों को भेजी गई है।

पांच साल पहले दरिंदों ने घटना को दिया था अंजाम

हमीरपुर जिले के कुरारा थाना क्षेत्र के एक गांव में 7 जून 2019 को घर में चारपाई पर सो रही एक दस साल की बच्ची को अगवा कर कब्रिस्तान की झाड़ियाें में दरिंदे ले गए थे और मासूम से दंरिंदगी कर उसे उसे गला दबाकर मार डाला गया था। इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा किया था। दरिंदों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को लेकर परिजनों ने ग्रामीणों की भीड़ के साथ चार घंटे तक हंगामा किया था। तत्कालीन एसपी हेमराज मीणा के आश्वासन के बाद पुलिस ने मौके से शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।

घटना के खुलासे के लिए एसपी ने लगाई थी पांच टीमें

घटना की सूचना पर एडीजी प्रयागराज जोन व डीआईजी बांदा ने यहां आकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। घटना के खुलासा करने के लिए पांच टीमें लगाई गई थी। आक्रोश को देखते गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। तत्कालीन डीआईजी बांदा अनिल कुमार राय ने पत्रकारों के सामने घटना का खुलासा किया था। पुलिस ने पप्पू उर्फ नफीस को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में दुष्कर्म और हत्या के मामले में फरार ट्रक चालक बीरू भी जेल भेजा गया था।

(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा / मोहित वर्मा

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