Uttar Pradesh

देश को 2025 तक क्षय रोग से मुक्त कराना प्रधानमंत्री का लक्ष्य : राज्यपाल

रामपुर में अधिकारियों संग बैठक करती राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

लखनऊ, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को माताएं भरपूर भोजन, प्रेम और देखभाल करें, ताकि इनकी ठीक ढंग से परवरिश हो सके। देश को इस रोग से मुक्त कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2025 तक का लक्ष्य रखा है और लक्ष्य के अनुरुप क्रियान्वयन भी हो रहा है। यह बातें मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामपुर में कही।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंगलवार को रामपुर के चिन्हित आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री-स्कूल किट वितरण कार्यक्रम कलेक्ट्रेट परिसर में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और पुलिस विभाग द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का भ्रमण किया। राज्यपाल ने कहा कि हर व्यक्ति का देश के विकास में कहीं न कहीं योगदान अवश्य होता है। इसके लिए संकल्प लेकर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाएं। आगे कहा कि अमेरिका जैसे कई विकसित राष्ट्रों के पास वह संसाधन मौजूद नहीं है, जो हमारे देश के पास हैं। देश कई वर्षों तक गुलामी की जंजीरों में रहा। उस समय भी हमारे देश के पास ज्ञान के भण्डार मौजूद थे, जिसको वे अपने साथ ले गए। हमारे देश में ही शून्य का आविष्कार हुआ, तभी गणित और टेक्नोलॉजी आगे बढ़ी।

विश्वविद्यालयों से जोड़े गये आंगनबाड़ी केन्द्र

राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त और सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए उनको विश्वविद्यालयों से जोड़ा गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि जब फाउंडेशन मजबूत होगी तभी देश तरक्की करेगा। शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केद्रों पर बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए हेल्थ किट होनी चाहिए, जिसमें रुमाल, डिटॉल, कंघी, आईना, बटन, सुई-धागा, साबुन, नेल कटर और दवा आदि हो। उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारी जनता के सहयोग से यह किट सभी आंगनबाड़ी केद्रों पर उपलब्ध करायें। इस दौरान राज्यपाल ने 100 आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए आंगनबाड़ी किट वितरित किया। इसके साथ ही उन्होंने पांच क्षय रोग रोग ग्रसित बच्चों को पोषण किट और पांच लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया।

राजा लाइब्रेरी को विश्व पटल पर मिली पहचान

राज्यपाल ने रामपुर रजा लाइब्रेरी एवं संग्रहालय के भ्रमण का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता और विरासत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन अपनी धरोहर को विश्व प्रसिद्ध बनाने का है, इस संकल्पना को साकार करने के लिए रामपुर रजा लाइब्रेरी का विकास आवश्यक है। वहीं प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि राज्यपाल के प्रयासों से ही रामपुर रजा लाइब्रेरी में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं तथा लाइब्रेरी को विश्व पटल पर पहचान भी मिली है।

मातृ-शिशु मृत्यु दर की करें लगातार मॉनिटरिंग

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामपुर कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने ‘जननी सुरक्षा योजना’ के अंतर्गत जनपद में संस्थागत प्रसव के लिए जागरुकता गतिविधियां आयोजित कराने का निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग ऐसे ग्रामीण क्षेत्र जहां आज भी घरों में प्रसव कराते हैं, उन गांवों में महिलाओं को इससे होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए जागरुकता कैम्प लगाकर संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि मातृ-शिशु मृत्यु दर की लगातार मॉनिटरिंग करें, अधिकारी इस प्रकरण को गम्भीरता से लें। वहीं बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 12 प्राइवेट व 07 सरकारी अस्पतालों को सम्बद्ध किया गया है। राज्यपाल ने गोल्डन कार्ड योजना से सम्बद्ध इन सभी अस्पतालों की जांच कर उनकी समीक्षा करने और औचक निरीक्षण करने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को मिले, इस दिशा में आवश्यक कार्य करें। उन्होंने आंगनबाड़ी केद्रों की स्थिति के बारे में जानकारी ली और रिक्त पदों पर भर्ती में प्रगति लाते हुए शीघ्र भर्ती कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, पोषण अभियान कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सहित अन्य विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।

यह रहे मौजूद

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह, जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह और मुख्य विकास अधिकारी नन्द किशोर कलाल, जनप्रतिनिधिगण सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह

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