नई दिल्ली, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के दो दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए राज्यपालों से राजभवनों में शासन का आदर्श मॉडल विकसित करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राजभवनों के प्रभावी कामकाज के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का निरंतर प्रयास होना चाहिए। उन्होंने राज्यपालों से अपने कामकाज में प्रौद्योगिकी को अपनाने और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से शैक्षणिक संस्थानों के पूर्व छात्रों के नेटवर्क की ताकत का दोहन करने का आह्वान किया और उनसे शैक्षणिक परिसरों को नशीली दवाओं से मुक्त बनाने के लिए एक व्यापक अभियान विकसित करने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा सुझाए गए प्राकृतिक खेती का भी उल्लेख किया और अन्य राज्यपालों से अन्य राजभवनों में प्राकृतिक खेती के मॉडल का अनुकरण करने और अपने परिसरों को रसायनों से मुक्त बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राजभवनों को दूसरों के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन का स्रोत बनना चाहिए।
राज्यपालों का दो दिवसीय सम्मेलन शनिवार को राष्ट्रपति भवन में संपन्न हुआ, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यपालों के आपसी सीखने की भावना से व्यापक चर्चा करने के सामूहिक प्रयासों की सराहना की।
अपने समापन भाषण में, उन्होंने राज्यपालों के विभिन्न समूहों द्वारा अपने कार्यालय के कामकाज को बेहतर बनाने के साथ-साथ लोगों के कल्याण के लिए अपने बहुमूल्य विचारों और सुझावों के साथ आने की सराहना की, और विश्वास व्यक्त किया कि इन सुझावों को लागू किया जाएगा।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन ने सभी प्रतिभागियों के मन पर अमिट छाप छोड़ी है, जिसमें महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि राज्यपालों को प्रभावी कामकाज के लिए संबंधित राज्य सरकारों से जानकारी प्राप्त करने और निरंतर संवाद बनाए रखने में संकोच नहीं करना चाहिए।
सम्मेलन के दूसरे दिन राज्यपालों के छह समूहों ने अपने विचार-विमर्श के आधार पर प्रस्तुतियां दीं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष भविष्य की रूपरेखा सुझाई।
राज्यपालों के समूहों द्वारा प्रस्तुत सभी रिपोर्टों के अवलोकन के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनके प्रयासों की प्रशंसा की और बताया कि राज्यपालों और राजभवनों के कामकाज को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर काम किया जाएगा।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार / प्रभात मिश्रा